धारावी - होली को नजदीक आते देख गर्दुल्लों ने धारावी के नवरंग कंपाऊंड को अपना अड्डा बना लिया है। ये गर्दुल्ले पुराने और एक्सपायर कलर के बॉक्स खरीद कर लाते हैं, जिसमें बड़ी मात्रा में केमिकल होता है। इन कलर को वे झोपड़पट्टी बहुल भागों में फुटकर में बेचते हैं। इन कलर्स को खरीदने के लिए छोटे छोटे बच्चों की भीड़ लगती है। क्योंकि ये फुटकर कलर काफी सस्ते दामों में बेचते हैं।
इससे पहले 2012 में इन्हीं जहरीले रंगों की वजह से छोटे बच्चों की मौत हो गई थी। इस बार फिर ऐसा लग रहा है कि 2012 की पुनरावृत्ति हो सकती है। 2012 में इन्हीं जहरीले रंगो की वजह से धारावी के नवरंग कंपाऊंड में 140 से अधिक बच्चों की जान गई थी। अगर पुलिस ने इन गर्दुल्लों पर जल्द से जल्द कार्रवाई नहीं की तो धारावीकरों को फिर वही दिन देखने पड़ सकते हैं। स्थानीय समाजसेवक फक्रुल इस्लाम शेख और डॉ. युसूफ खान ने इस गोरख धंदे का खुलासा किया है। उनकी मांग है कि पुलिस जल्द से जल्द गर्रदुल्लों पर कार्रवाई करें।