Women’s Day- लावारिश लाशों का अंतिम संस्कार करती है ये महिला अधिकारी!

हिंदू धर्म किसी भी महिला को शव का अंतिम संस्कार करने की इजाजत नहीं देता। लेकिन इन तमाम परम्पराओं को धता बताते हुए नयना दिवेकर ने अब तक 500 से अधिक लाशों का अंतिम संस्कार किया है. नयना उन लोगों का अंतिम संस्कार करतीं हैं जो ट्रेन दुर्घटना में अपनी जान गंवा बैठते हैं और शव को क्लेम करने कोई नहीं आता.

 नयना एक आरपीएफ जवान के रूप में दादर में कार्यरत हैं. नयना दावा करती हैं कि वे यह काम साल 2011 से ही कर रहीं हैं.नयना का यह काम भले ही धर्म विरोधी है लेकिन ऐसे भी धर्म का क्या काम जो किसी के कर्तव्य के आड़े आए. नयना मात्र अपना कर्तव्य निभा रहीं हैं।विश्व महिला दिवस पर मुंबई लाइव नयना जैसी साहसी महिला को उनके काम और उनकी हिम्मत के लिए उन्हें बधाई देता है.

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