एफडीए को किसने दी झूठी जानकारी...!

मुंबई – सरकार द्वारा स्टेंट की कीमतों में भारी कमी करने के बाद भी एफडीए के पास कुछ अस्पतालों में मरीजों को महंगी दर पर स्टेंट बेचने की शिकायत पहुंची। जब इस बारे में एफडीए ने जांच की तो सभी शिकायतें फर्जी पायी गयी। प्राप्त जानकारी के अनुसार एफडीए के हेल्प लाइन के पास शिकायत आई कि लीलावती और केईएम अस्पतालों में मरीजों को महंगे दामों में स्टेंट बेचा जा रहा है। जब इस बात की जांच की गयी तो शिकायतें झूठी निकली, लेकिन अब इस बात की आशंका भी बढ़ गयी है कि शिकायतें भले ही झूठी हो लेकिन क्या ऐसा वाकई में हो रहा है और एफडीए को इसकी खबर न हो।

गौरतलब है कि सरकार ने ह्रदय रोगियों के को तोहफा देते हुए एंजियोप्लास्टी में काम आने वाला उपकरण स्टेंट की कीमतों में 80 फीसदी की कमी कर दिया था। इस निर्णय के अनुसार बायोरिसॉर्बेबल स्टेंट की कीमत 30 हजार से घट कर 7500 रूपये पर आ गयी थी। आगे इस मामले में कोई अस्पताल या डॉक्टर किसी मरीज को गुमराह करता है तो सरकार ने इसके लिए हेल्पलाइन भी शुरू की थी। उसी हेल्प लाइन में एफडीए को शिकायतें मिली हैं। एफडीए की सह आयुक्त थॉमस ने बताया कि स्टेंट की कीमतों में कमी की गयी है लेकिन दवाइयों सहित जो अन्य खर्चे हैं उससे मरीजों का खर्च बढ़ जाता है जिसे रोकने में एफडीए अब तक नाकाम रही है।

शिकायतकर्ता भी निकला फर्जी –

थॉमस ने मिली शिकायत के संदर्भ में कहा कि शिकायतें भले ही गलत मिली हैं लेकिन इस बात की जांच की जायेगी की क्या वाकई में इस तरह की घटनाएं हो रही है। थॉमस ने आगे बताया कि अमुमन इस मामले में हम शिकायतकर्ता की पहचान गुप्त रखते हैं, लेकिन जब शिकायत झूठी हुई तो हमने शिकायतकर्ता की जांच के लिए जब उसे फोन किया तो उसका फोन पहुंचकर के बाहर था।

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