जाने माने आरटीआई कार्यकर्ता अनिल गलगली (RTI activist anil galgali) ने BMC से जानकारी मांगी थी कि Covid-19 के तहत मुंबई मनपा को प्राप्त फंड की जानकारी दी जाए। BMC ने जो जानकारी उपलब्ध कराई वह काफी चौकानें वाली है।
BMC के वित्त विभाग के प्रमुख लेखापाल कार्यालय ने अनिल गलगली को प्राप्त 5 प्रकार के फंड की जानकारी दी। जानकारी के मुताबिक पिछले 4 महीने में मुंबई मनपा को कोरोना वायरस से लड़ने के लिए कुल 86 करोड़ 5 लाख 30 हजार 303 रुपए प्राप्त हुए हैं।
इस फंड में मुंबई शहर कलेक्टर ने 72.45 करोड़ रुपए दिए है, जो कि सबसे अधिक धनराशि हैं, और कुल प्राप्त फंड का 84 प्रतिशत भी है। उसके बाद 11.45 करोड़ रुपए मुंबई उपनगर कलेक्टर द्वारा जमा किए गए है। और 50 लाख रुपए वस्त्रोद्योग मंत्रालय ने दिए है। जबकि 35.32 लाख रुपए की मदद निजी लोगों ने की है। पार्टी फंड के नाम और करोड़ों रुपए जमा करने वाले जनता के नुमाइंदों यानी विधायकों की ओर से सिर्फ 1.29 करोड़ की धनराशि प्राप्त हुई है। वो भी इनमें सिर्फ 7 विधायक ही शुमार है।
इस मुद्दे पर अनिल गलगली ने कहा कि, वास्तव में यह फंड न के बराबर हैं क्योंकि BMC ने अब तक 700 करोड़ से अधिक की धनराशि Covid-19 पर खर्च कर दिए हैं। उन्होंने आगे कहा, इसमें न तो केंद्र ने मदद की और ना मुख्यमंत्री रिलीफ फंड से कोई आर्थिक सहायता मिली है।
हैरत की बात यह है कि, मुंबई के कमिश्नर, महापौर, आईएएस अधिकारी और नगरसेवकों ने मुंबई मनपा की तिजोरी में Covid-19 के लिए पैसे जुटाने के लिए किसी भी तरह की पहल नहीं की हैं।