महाराष्ट्र (Maharashtra) में कोरोना (Covid19) के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए सरकार से लेकर आम लोग सभी हलकान हैं। इसी कड़ी में बॉम्बे बार एसोसिएशन (Bombay bar association) ने हाई कोर्ट (high Court) के मुख्य न्यायाधीश दीपांकर दत्ता को पत्र लिख कर उनसे सभी कामकाज और सुनवाई को ऑनलाइन पद्धति से पूरा किये जाने की अपील की है। बार एसोसिएशन की मांग पर मंगलवार को इस बाबत बैठक भी हुई।
यही नहीं कोरोना के बढ़ते संक्रमण के कारण नागपुर और औरंगाबाद खंडपीठ का कामकाज फिलहाल ऑनलाइन ही शुरू है।
बताया जा रहा है कि, BBA ने अपने पत्र में सुनवाई के दौरान या फिर अन्य कामकाज के दौरान
कोर्ट में होने वाली भीड़-भाड़ को नियंत्रित करने के लिए कोर्ट का कामकाज प्रत्यक्ष तौर की बजाय वर्चुअल तरीके से किये जाने की मांग की है।
गौरतलब है कि, पिछले साल कोरोना (Coronavirus) के कारण ही कोर्ट के सारे काम और सुनवाई 1 दिसंबर से शुरु किया गया है जबकि मुंबई के बाहर के वकील और मुवक्किलों के मामले की सुनवाई ऑनलाइन तरीके से की जाती है।
लोकसत्ता में छपी खबर के मुताबिक कोरोना के चलते न्यायालयों के कामकाज के समय में बदलाव किया गया है। जिसके मुताबिक कनिष्ठ न्यायालयों के कामकाज सुबह 11 से दोपहर 1.30 बजे और दोपहर 2 से 4.30 बजे तक किया जाएगा। उच्च न्यायालय प्रशासन ने सोमवार को इस बारे में नोटिस भी जारी किया है।
बता दें कि राज्य में कोरोना के बढ़ते केस को देखते हुए मार्च की शुरुआत में ही नागपुर और उसके बाद औरंगाबाद की खंडपीठ ने फिर से एक बार अपना कामकाज ऑनलाइन तरीके से शुरू कर दिया है।