देश में मंकीपॉक्स के मामले बढ़ते जा रहे हैं। भारत में मंकीपॉक्स वायरस के चार मामले मिले हैं और एक संदिग्ध मामला भी सामने आया है। केंद्र सरकार ने बढ़ते खतरे को देखते हुए मंकीपॉक्स (MoneyPox) वायरस के साथ-साथ कोरोना वायरस (coronavirus) के लिए भी दिशा-निर्देश जारी किए हैं।
24 जुलाई को दिल्ली में मंकीपॉक्स का एक मामला सामने आया था, जिससे देश में मंकीपॉक्स के मामलों की संख्या चार हो गई। अब तक दिल्ली में पहले मंकीपॉक्स के मरीज के संपर्क में आए 14 लोगों की पहचान हो चुकी है और उनमें से किसी में भी कोई लक्षण नहीं दिखा है।
दिल्ली से पहले केरल में मंकीपॉक्स के तीन मामले सामने आ चुके हैं। इस बीच एक अन्य मरीज में मंकीपॉक्स जैसे लक्षण हैं। मरीज को आइसोलेशन में रखा गया है और मरीज के सैंपल जांच के लिए पुणे भेजे गए हैं।
मंकीपॉक्स के मरीजों के लिए केंद्र सरकार के दिशानिर्देश
मंकीपॉक्स के लक्षण
बुखार मंकीपॉक्स का पहला लक्षण है। मंकीपॉक्स के रोगी को एक से तीन दिन तक बुखार रहता है। यह बुखार दो से चार सप्ताह तक रहने की संभावना है। एक अन्य लक्षण त्वचा पर चकत्ते या घाव हैं।
मंकीपॉक्स के लक्षणों में दाने या घाव शामिल हैं। ऐसे लक्षण दिखने पर स्वास्थ्य विभाग से संपर्क करें।
यह भी पढ़े- कोरोना दिशानिर्देशों के उल्लंघन के मामले वापस लिए जाएंगे- एकनाथ शिंदे