गर्मी का सितम जारी, पशु-पक्षियों को ले जा रही मौत के नजदीक

गर्मी का प्रकोप बढ़ने से नागरिकों के साथ पशु-पक्षी परेशान हो गए हैं। पशु-पक्षियों को पीने के लिए जल न मिलने से वे इधर-उधर भटक रहे हैं। तापमान पिछले कुछ दिनों में बढ़ा है, ऐसे में लोगो के साथ साथ पशु-पक्षीओं का बुरा हाल है। पानी की तलाश मे पक्षी दूर दूर जा रहे हैं, गर्मी और गर्म हवाओं के झोंके, कड़ी धूप से पक्षी चक्कर खाकर गिरने लगे है, कुछ पक्षियों की मौत भी हो चुकी है। कुछ पशु पक्षियों को इलाज के लिए परेल के पशु चिकित्सालय में भी भर्ती करवाया गया है।
जनवरी से अबतक 941 पशु पक्षियों का उपचार किया गया, अभी 490 जानवरों का उपचार शुरू रहने की बात परेल के पशु चिकित्सालय के संचालक डॉ. जे.सी.खन्ना ने दी। जिसमें 542 कबूतर, 51 समुद्र पक्षी, 56 कोयल, 220 घार और 72 घुबडा शामिल हैं। इसके अलावा तमाम अन्य पशु पक्षी भी शामिल हैं।
डॉ. जे.सी.खन्ना ने बताया कि लोगों के थोड़े से प्रयास से पक्षियों को जीवनदान दिया जा सकता है। छत के छांव वाले हिस्से में मिट्टी के बर्तन में पानी रखें। हर दिन पानी बदल दें। साफ पानी रखें। जिससे पक्षी सेहतमंद रहे। अगर कोई गिरा हुआ या बीमार पक्षी मिले तो उसका सिर बाहर रखकर पानी में डाले। सिर पर हल्का बर्फ लगाएं। जिससे उसकी जान बच सकती है।

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