मिश्रित दवाइयां फिर बाजार में

मुंबई - दिल्ली उच्च न्यायालय ने 344 मिश्रित (दो-तीन दवाइयों को एकत्रित कर तैयार की गई दवाई) दवाइयों के बैन पर रोक लगा दी है। केंद्र सरकार ने मार्च 2016 में दवाइयों की वजह से स्वास्थ्य पर पड़ रहे दुष्परिणाम को रोकने के लिए 344 दवाइयों को बैन करने का निर्णय लिया था। वही दवाइयों को तत्काल बाजार से नष्ट करने का आदेश देशभर के एफडीए को दिया गया था। जिसके बाद ये दवाइयां बाजार में उपलब्ध नहीं है। इनमें विक्स एक्शन 500 एक्स्ट्रा, डी-कोल्ड, कोरेक्स कफ सिरप जैसी ब्रैन्डेड दवाइयों का समावेश है।

इस बैन के खिलाफ 454 कंपनियों ने उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया। जिसके अनुसार यह बंदी हटाकर जल्द ही ये दवाइयां बाजार में दिखेंगी।

मिश्रित दवाइयों के उपयोग के कई साइड इफेक्ट्स हैं, यह साबित हुआ है। विदेशों में भी मिश्रित दवाइयों पर बैन है। जिसकी वजह से मिश्रित दवाइयों पर बैन आवश्यक है, इस तरह का विचार चिकित्सा क्षेत्र के विशेषज्ञ ने व्यक्त किया है।

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