सर्वे: मुंबई में हाइपरटेंशन और डायबीटीज के मरीज सबसे अधिक

मुंबई में डायबीटीज के मरीज दिन-ब-दिन बढ़ रहे हैं। बीएमसी के एक हालिया सर्वे के अनुसार, इलाज के लिए आने वाले ज्यादातर मरीज हाइपरटेंशन और डायबीटीज से परेशान हैं। फरवरी से मार्च तक बीएमसी स्वास्थ्य विभाग ने 6 कैंप लगाए थे। इनमें 590 लोगों की जांच हुई थी, जिनमें 153 लोगों में डायबीटीज पाई गई।

क्या मुंबईकरों की जीवनशैली दिन-ब-दिन बिगड़ती जा रही है और वे तनाव में काम करने के आदि हो गये हैं। ऐसा इसीलिए क्योंकि एक सर्वे के मुताबिक मुंबई में डायबीटीज के मरीज दिन-ब-दिन बढ़ रहे हैं, साथ ही वे हाइपरटेंशन से भी जूझ रहे हैं।

दरअसल इसी साल बीएमसी के स्वास्थ्य विभाग ने फरवरी से लेकर मार्च तक एक महीने के लिए 6 कैंप लगाए थे। जिसमें लगभग 600 लोगों की जांच की गयी, इनमें से 155 लोगों में डायबीटीज पाई गई। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार बीएमसी ने जो रिपोर्ट तैयार की है उसके मुताबिक 26 प्रतिशत लोगों में डायबीटीज और 25 प्रतिशत लोगों में डायबीटीज होने की संभावना जताई गयी है। यही नहीं चौकाने वाली बात यह है कि जिन लोगों को यह बीमारी थी उन्हें इस बात का पता ही नहीं था कि उन्हें यह डायबीटीज है।

इस बारे में डायबीटीज रोग विशेषज्ञ के एक डॉक्टर का कहना है कि इस बीमारी का मुख्य कारण खानपान में ध्यान नहीं देना, शारीरिक रूप से ऐक्टिव न होना जैसे कारण हो सकते हैं। यही नहीं शहरी भागों में बदलती जीवन शैली, फ़ास्टफ़ूड का बढ़ता चलन भी इसका कारण हो सकते हैं।

गौरतलब है कि इसके पहले भी  बीएमसी ने अस्पताल में आने वाले मरीजों की बीमारी समझने के लिए एक सर्वे किया था, उस सर्वे में भी  50 प्रतिशत से अधिक मरीज हाइपरटेंशन की समस्या से ग्रसित थे।

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