4 महीने बाद एमआरआई का नंबर

मुंबई - लोकमान्य तिलक अस्पताल में सुविधाओं के आभाव में मरीजों को कितनी परेशानियों का सामना करना पड़ता है इसका अंजादा इस बात से लगाया जा सकता है कि यहां पर मरीजों को एमआरआई के लिए 4 महीने के बाद की तारीख मिल रही है। यह खुलासा उस वक्त हुआ जब कांग्रेस के गटनेता प्रविण छेडा ने बीएमसी की स्थायी समिति में ये मुद्दा उठाया कि किस कदर अस्पताल में इलाज के लिए आए एक गरीब व्यक्ति को 4 महीने के बाद की तारीख मिली है। पालिका के अस्पताल में सिटीस्कैन, स्पाइन एमआरआई मशीन के उपलब्ध नहीं होने से मरीजों को समय पर उपचार नहीं मिल पाता। कांग्रेस के नगरसेवक सुनील मोरे ने कहा कि केईएम अस्पताल में स्पाइन एमआरआई मशीन पिछले 4 वर्षों से बंद अवस्था में पड़ी है। बीएमसी द्वारा 2700 करोड़ का बजट देने के बाद भी इसकी हालत क्यों नहीं सुधर रही है ? स्थायी समिति अध्यक्ष यशोधर फणसे ने इस बात जानकारी प्रशासन के साथ बैठक में उठाने को कही है।

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