बच्चों को रखे पोकेमॉन से दूर ।

मुंबई - पॉकेमोन गेम का क्रेज अब बड़ो के साथ साथ बच्चों पर भी चढ़ता जा रहा है । ज्यादातर बच्चों के हाथों में कम उम्र में ही मोबाईल आ जाता है । जिसके कारण बच्चें दिनभर गेम खेलन में ही व्यस्त हो जाते हैं । लेकिन अब बच्चों की यही आदत उनके माता पिता के लिए परेशानी का सबब बनता जा रहा है । दिन का ज्यादातर समय मोबाईल में गेम खेलने में व्यस्त हो जाता है जिसके कारण बच्चे पढ़ाई पर ध्यान नहीं दे पाते । मनोवैज्ञानिक सागर मुंदाडा का कहना है की बच्चों के हाथ में 15 मिनट से ज्यादा मोबाईल नहीं देना चाहीए । अगर बच्चों को एक बार मोबाईल की आदत लग जाए तो वो उनके आंखों के साथ साथ दिमागी स्थिती पर भी असर करता है ।

 

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