राज्य में कोरोना रोगियों (corona patient) की संख्या मुंबई में सबसे अधिक है। मुंबई में मरीजों की संख्या दिन पर दिन बढ़ती जा रही है। लेकिन इसी बीच मुंबई से ही मन को सुकून देने वाली खबर आई है।
मुंबई में कोरोना (Covid-19) के मरीजों के दोगुने होने की दर अब धीमी हो गई है। जहां पहले मात्र 7 दिनों में ही कोरोना के मरीज दुगुने हो रहे थे तो वहीं अब मरीजों के दुगुने होने में 13 दिन लग रहे हैं।
मुंबई में कोरोना रोगियों की संख्या दुगुने होने की दर अप्रैल अप्रैल के पहले सप्ताह तक 7 दिन थी। उसके बाद यह दर बढ़कर 10 दिन हो गई। जहां 1 मई को मुंबई में 7625 मरीज थे, तो वहीं 13 मई को रोगियों की संख्या 15 हजार 581 तक पहुंच गई थी। नगर पालिका में विशेष नियुक्त करने वाली मनीषा म्हैस्कर ने कहा कि मरीजों की संख्या दोगुनी और 7 दिन से घटकर 13 दिन रह गई है।
लॉकआउट, मरीज के संपर्क में आए हुए लोगों का शीघ्र पता लगाने और तत्काल उपचार करने जैसे तमाम उठाये जाने वाले कदम से रोगी वृद्धि की दर कम हो गयी।
नायर अस्पताल ने कम समय में ही कोरोना रोगियों के लिए 750 बिस्तर वाले अस्पताल शुरू करने को कहा है।
इस अस्पताल में कोरोना से पीड़ित मरीजों के लिए 110 बेड, डायलिसिस के रोगियों के लिए 50, गहन चिकित्सा इकाई यानी ICU के लिए 53 और 96 बेड उनके लिए होंगे जिनमें कोरोना के लक्षण दिखेंगे या फिर जो संदिग्ध होगा।
मई के अंत तक बेड की क्षमता बढ़ाकर एक हजार कर दी जाएगी।
BMC के अनुसार वर्तमान में उपचार की आवश्यकता वाले प्रत्येक रोगी को बेड उपलब्ध कराने के लिए बिस्तरों की क्षमता बढ़ाने पर ध्यान दे रही है। 15 अप्रैल तक सरकारी अस्पतालों में 1600 बिस्तर उपलब्ध थे। 1 मई तक बेड की संख्या बढ़ाकर 2900 कर दी गई। और 15 मई तक यह संख्या 3540 तक पहुंच गई है।