नायगाव, ना. म. जोशी मार्ग और वर्ली के बीडीडी चाल के पुर्नविकास कार्य के बाद अब इस चाल में बसे झोपड़े के विकास को लेकर सवाल उठने लगे है। बीडीडी चाल के पुर्नविकास के बाद इन झोपड़पट्टियों को भी हटाने की चर्चा थी। लेकिन अब इन झोपडपट्टियों में रहनेवालों के लिए एक खुशखबरी है।
ये झोपड़ियां 50 से 60 साल पूरानी है। तो वही रहिवासियों के साथ साथ यहां पर दुकानदारों की संख्या भी काफी ज्यादा है। इस इलाके में 350 झोपड़पट्टियां है। इन सभी में से पात्र झोपड़पट्टी में रहनेवालों को को नियमानुसार 269 चौ. फुट का घर दिय़ा जाएगा।