पुल आज ढहे या कल फिर भी मेहरबान सरकार

लालबाग - लालबाग फ्लायओवर के घटिया दर्जे के काम की रूपरेखा बार बार बीएमसी और एमएमआरडीए के पास आने के बाद भी सिम्प्लेक्स कंपनी पर ये मेहरबान हैं। 2010 में पुल का एक हिस्सा ढहने से तीन कारों का नुकसान हुआ था। जिसमें से एक व्यक्ति गंभीर रूप से जख्मी हुआ था। जिसके बाद 2011 में पुल का उद्घाटन हुआ। उद्घाटन के बाद कुछ ही घंटों में बड़ा गड्ढा बन गया। पुल की जांच कर कंपनी पर सिर्फ पांच लाख का दंड लगाया था। बीएमसी इंजीनियर का कहना है कि पुल की मरम्मत आवाश्यक है। ठेकेदार पर कार्रवाई होनी चाहिए। वहीं दूसरी तरफ एमएमआरडी ने अपने हाथ खड़े करते हुए कहा है कि इस सब की जिम्मेदारी पालिका की है। यह प्रतिक्रिया एमएमआरडीए के परियोजना संचालक दिलीप कवठकर ने दी। आरटीआय कार्यकर्ता अनिल गलगली ने पुल से जुड़ी संपूर्ण जानकारी मांगी है। साथ ही दोषियों पर कार्रवाई की भी मांग गलगली ने की है।

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