रायगढ़ के महाड में एक बहुमंजिला इमारत के ढहने के एक दिन बाद पुलिस ने इस मामले में पांच लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है। इस घटना में यह पहली एफआईआर है। सोमवार को रायगढ़ जिले के महाड इलाके में एक तीन मंजिला इमारत सोमवार शाम लगभग साढ़े 6 बजे ढह गई थी।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इस घटना में अब तक 7 लोगों की डेडबॉडी मिल चुकी है, साथ ही अभी भी मलबा हटाने का काम चल रहा है।
इस मारत का नाम तारिक गार्डन है और यह एक ग्राउंड-प्लस-चार संरचना वाली बिल्डिंग थी। यह इमारत 10 साल पहले बनी थी और इमारत में लगभग 40 परिवार रहते थे। बताया जाता है कि जिन लोगों की मौत हुई है वे इस इमारत के निवासी नहीं थे।
बचाव अभियान 12 घंटे से अधिक समय बीत गया है, यह कार्य अभी भी चल रहा है।बएनडीआरएफ की तीन टीमें और फायर ब्रिगेड की 12 टीमें बिल्डिंग में फंसे लोगों को बचाने में लगी हैं और मलबा भी हटाने का काम कर रही हैं।
बताया जाता है कि अभी भी 18 से अधिक लोग मलबे में फंसे हो सकते हैं।
रायगढ़ जिले की संरक्षक मंत्री अदिति तटकरे ने कहा कि इस घटना की जांच के लिए एक समिति बनाई जाएगी। उन्होंने आगे कहा कि एक पैनल इस बात की जांच करेगा कि यह घटना कैसे और क्यों हुई। इसके अलावा उन्होंने यह भी कहा कि, इस तरह के दूसरे हादसे अब न हो इसीलिए अन्य इमारतों का ऑडिट किया जाएगा और खतरनाक घोषित की जा चुकी इमारतों में रह रहे लोगों से खाली कराया जाएगा।
इस हादसे के बाद प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने साझा बयान में व्यक्त किया कि वह इस घटना से दुखी हैं और सभी घायलों को शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करते हैं।
राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने भी एक ट्वीट में अपनी भावना व्यक्त करते हुए इस हादसे को परेशान करने वाला बताया।