5 से 15 फीसदी बढ़ सकती हैं रेडी रेकनर की दरें

मुंबई – मुंबई समेत पूरे राज्य में 1 अप्रैल से रेडी रेकनर की नई दरों पर रियल इस्टेट के साथ ग्राहकों की निगाहें लगी हुई हैं। रियल इस्टेट पर मंदी का असर होने के चलते घरों की कीमत सालभर से स्थिर है। जिससे इस बार रेडी रेकनर की दर में वृद्धि नहीं होने की अपेक्षा नहीं है, लेकिन हर साल की भांति सरकार द्वारा रेडी रेकनर की दर में वृद्धि करने की संभावना निर्माण क्षेत्र के विशेषज जता रहे हैं। जिसके अनुसार 5 से 15 फीसदी रेडी रेकनर की दर बढ़ोतरी की बात कही जा रही है।
घर खरीदी-बिक्री पर सरकार द्वारा 5 फीसदी का मुद्रांक शुल्क वसूला जाता है। यह मुद्रांक शुल्क निर्धारित करने के लिए हर साल सरकार द्वारा बाजार का विश्लेषण किया जाता है उसके आधार पर ही रेडी रेकनर निर्धारित किया जाता है। प्रजापति समूह के संचालक राजेश प्रजापति का कहना है कि इस बार 5 से 15 फीसदी रेडी रेकनर की दर बढ़ोतरी कर सकती है।

महाराष्ट्र चेंबर्स आँफ हाऊसिंग इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष धर्मेश जैन का कहना है कि सालभर से रियल इस्टेट में घरों की कीमत स्थिर है, रियल इस्टेट में मंदी देखी जा रही है, इसलिए सरकार को रेडी रेकनर की दरें बढ़ानी नहीं चाहिए। फिर भी बढ़ोतरी की संभावनाओं से इनकार नहीं किया जा सकता। हमारी सरकार से मांग है कि रेडी रेकनर की दर में इजाफा नहीं किया जाए।

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