आरटीआई ने खोली म्हाडा की एक और कारस्तानी!

म्हाडा और आईएएस अधिकारियों की अवैध दोस्ती का खुलासा आरटीआई से हुआ है। अनाधिकृत निर्माणकार्य के इस मामले में निर्माणकार्य की इजाजत नहीं मिलने के बावजूद म्हाडा ने ठेकेदार बी. जी. शिर्के को निर्माणकार्य की 94 फीसदी रकम अदा कर दी।

कलिना, कोले कल्याण में आईएएस अधिकारियों से दोस्ती के नाम पर टॉवर बनाने का काम म्हाडा द्वारा शुरू किया गया है। इस निर्माणकार्य के अंतर्गत म्हाडा ने ए विंग के लिए 3 मंजिला और बी व सी विंग के लिए 2 मंजिला इमारत बनाने की इजाजत दी गई थी, लेकिन म्हाडा और ठेकेदार द्वारा प्रत्येक विंग में 12 मंजिला और कुल 29 मंजिला अनधिकृत निर्माणकार्य की जानकारी आरटीआई कार्यकर्ता अनिल गलगली द्वारा आरटीआई के द्वारा मांगी गई जानकारी से सामने आई है। गलगली ने सीएम देवेंद्र फडणवीस से इस मामले की जांच कराने की मांग की है।

इस प्रकरण में एक और नया खुलासा हुआ है। निर्माणकार्य के लिए 31 मार्च 2017 तक 20 करोड़ 14 लाख 78 रुपये का खर्च आया है, जिसके अनुसार म्हाडा ने इसके लिए 94 फीसदी अर्थात 18 करोड़ 83 लाख 80 रुपए की रकम अदा भी कर दी है। गलगली का कहना है कि अगर ठेकेदार इस मामले में दोषी पाया जाता है तो उससे वसूली कैसे की जाएगी। उन्होंने म्हाडा की इस कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए पूरे मामले की जांच कराने की मांग सीएम से की है।

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