मुंबई के साकीनाका इलाके में लगे आग से दो लोगों की मौत हुई है जिसमें एक महिला भी शामिल है। इनकी पहचान आरती जायसवाल (25) और पीयूष पिठडिय़ा (42) के रूप में हुई है। इन दोनों की जली हुई लाश इमारत के पहले फ्लोर से मिली। इंडियन एक्सप्रेस की खबर के अनुसार इसी इमारत में स्थित एक गोदाम में काम करने वाला शख्स लापता है, उस शख्स की तलाश पुलिस सहित दमकलकर्मियों ने किया लेकिन वह अभी तक नहीं मिला। जिसके बाद पुलिस ने तलाशी अभियान बंद करने का निर्णय लिया है।
आपको बता दें कि शुक्रवार शाम को साकीनाका-कुर्ला इंडस्ट्रियल इलाके मेंआशापुरा आशापुरा इंडस्ट्रियल एस्टेट के एक चार ,मंजिला इमारत में आग लग गयी थी। आग काफी भीषण थी, जिसे बुझाने के लिए दमकल के 100 से अधिक कर्मचारी सहित सात जंबो टैंकर और 16 फायर टेंडर मौके पर पहुंच कर आग को काबू में किया।
हालांकि यह आग कैसे लगी, अभी तक इस बात की पुष्टि नहीं हुई है लेकिन बताया जाता है कि जिस इमारत में आग लगी वहां कई ड्रम केमिकल भर कर रखे हुए थे।
दमकल कर्मियों ने आग शुक्रवार रात को ही बुझा दिया था, लेकिन आग को ठंडा करने की प्रक्रिया शनिवार तक जारी थी। दमकलकर्मी जब अंदर गए तो उन्हें पहली मंजिल पर दो लोगों की जली हुई लाश मिली, जिसमें एक महिला थी।
यही नहीं पुलिस के अनुसार, उनके पास एक मिसिंग कंप्लेन आई है, कंप्लेन कराने वालों का कहना है कि जो शख्स लापता है वह भी उसी इमारत में काम करता था जहां आग लगी थी। पुलिस ने शिकायत के बाद शनिवार और रविवार को भी इमारत में तलाशी अभियान शुरू कर लापता शख्स को ढूंढने की कोशिश की लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिली। इसके बाद पुलिस ने तलाशी अभियान बंद करने का निर्णय किया।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार BMC और फायर ब्रिगेड ने अब इस इमारत को ध्वस्त करने का निर्णय लिया है, इस इमारत में 30 से 35 गोदाम थे।
इस बारे में एल वार्ड (कुर्ला) के अधिकारी का कहना है कि, आग कैसे लगी हम इसकी जांच करेंगे और किसी की लापरवाही सामने आने पर उसके खिलाफ कार्रवाई भी करेंगे। अधिकारी ने आगे यह भी कहा कि, हम यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि क्या गोदाम में रसायनों / दहनशील सामग्री को स्टोर करने का लाइसेंस था।