भीमा कोरेगांव की हो SIT जांच – शरद पवार

एनसीपी प्रमुख शरद पवार (Sharad Pawar) ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को दो पेजों की चिट्ठी लिखी है जिसमें भीमा कोरेगांव (Bhima Koregaon) केस की जांच के लिए नई एसाआईटी (SIT) गठित करने की मांग की है। पवार ने इस मामले को लेकर पिछली फडणवीस सरकार पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं।  पवार ने कहा कि इस मामले की जांचके लिए नई एसआईटी जरूरी है क्योंकि देवेंद्र फडणवीस सरकार ने सत्ता का बहुत गलत इस्तेमाल किया। फडणवीस सरकार ने मीडिया को गलत जानकारियां दीं जिससे मामले को लेकर भ्रम उत्पन्न हुआ।

सबूतों को तोड़ मरोड़ कर पेश करने का भी आरोप

पवार ने पुलिस पर सबूतों को तोड़ मरोड़ कर पेश करने का भी आरोप लगाया। शरद पवार ने कहा, 'मेरा स्पष्ट मत है कि पुलिस के साथ मिलकर तत्कालीन राज्य सरकार ने साजिश रची थी। कानून प्रवर्तन एजेंसियों ने हिंसा के मुख्य दोषियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की और इसके बजाय उन्होंने लोगों का ध्यान हटाने और लोगों को गुमराह करने की कोशिश की।पवार ने लिखा, फडणवीस सरकार का मुख्य उद्देश्य सरकार के खिलाफ आवाज उठा रहे लोगों की आवाज को दबाना और किसी भी लोकतांत्रिक आंदोलन को विफल करना था। पवार ने यह भी लिखा कि गिरफ्तार किए गए व्यक्ति समाज के सम्मानित नागरिक हैं।

राज्य के गृहमंत्री अनिल देशमुख के पास शिकायत आई है कि इस प्रकरण में सरकार विरोधी विचारधारा वाले सामाजिक कार्यकर्ताओं के फोन टेप किए गए। अब इसकी गहनता से समीक्षा की जा रही है कि वह पुलिस अधिकारी कौन था जिसने इस्राइल का दौरा कर फोन टेपिंग का विशेष प्रशिक्षण हासिल किया था। अनिल देशमुख ने ऐसे अधिकारी की जांच के आदेश दिए हैं। 

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