राज ठाकरे के बेटे अमित ठाकरे के मंत्री बनने की चर्चा

बुधवार को उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस  (devednra fadanvis)  महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के अध्यक्ष राज ठाकरे ( raj thackeray) से मुलाकात होनी थी। लेकिन किसी कारणवश यह मुलाकात नहीं हो सकी।मिली जानकारी के मुताबिक बैठक में उपमुख्यमंत्री को मनसे अध्यक्ष के बेटे अमित ठाकरे(amit thackeray)  को कैबिनेट पद का प्रस्ताव देना चाहते थे, यह देखते हुए कि अमित विधायक या एमएलसी नहीं है, इस कदम को रणनीतिक माना जा रहा है।

शिवसेना में ठाकरे परिवार के प्रभाव को कम करने के कोशिस

हर तरफ चर्चा चल रही है कि शिवसेना में ठाकरे परिवार के प्रभाव को कम करने के लिए शिवसेना ने बागी नेता एकनाथ शिंदे को राज्य का मुख्यमंत्री नियुक्त किया है। चर्चा है कि अमित ठाकरे को कैबिनेट में जगह दी जाएगी।हालांकी इसे लेकर राजनितिक गलियारो में चर्चा जारी है।  

पिछले कुछ सालों में शिवसेना ने आदित्य ठाकरे को एक युवा नेता के तौर पर पेश करने की पूरी कोशिश की और उन्हें कैबिनेट में भी शामिल किया गया। उसी राह पर भाजपा अब अमित ठाकरे को राज्य की राजनीति में आदित्य के प्रतिद्वंद्वी के रूप में खड़ा करना चाहती है, ताकि शिवसेना के प्रभाव और प्रतिष्ठा को कम किया जा सके।

राज ठाकरे ने किया खबरो का खंडन

राज ठाकरे ने खबरो कका खंडन किया है। उन्होंने कहा, "यह सरासर गलत सूचना है,  कोई जानबूझकर खबर फैला रहा है और माहौल बना रहा है"

मौजूदा हालात में अमित ठाकरे न तो विधानसभा के सदस्य हैं और न ही विधानपरिषद के। इसके बावजूद बीजेपी उन्हें मंत्री बनाने की पेशकश कर रही है।  इस फैसले से साफ हो जाता है कि महाराष्ट्र में शिवसेना और ठाकरे परिवार के प्रभाव को कम करने की कोशिश की जा रही है। ऐसा माना जा रहा है कि बीजेपी महाराष्ट्र में शिवसेना की भगवा रणनीति को कमजोर करने की कोशिश कर रही है।

इस संबंध में मनसे नेताओं का कहना है कि उन्हें ऐसे किसी प्रस्ताव की जानकारी नहीं है। वहीं दूसरी ओर बीजेपी नेता भी इस मुद्दे पर कुछ भी कहने से बचते नजर आ रहे हैं। हालांकि, दावा किया जा रहा है कि राज ठाकरे ने खुद इस ऑफर को ठुकरा दिया था।

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