जहां कांग्रेस (Congress) नेता राहुल गांधी (Rahul gandhi) और राज्य के अन्य कांग्रेस के नेताओं ने चीनी ऐप (Chinese app) पर प्रतिबंध लगाने के मोदी सरकार के फैसले की तीखी आलोचना की है, तो वहीं कांग्रेस के पूर्व सांसद संजय निरुपम (sanjay nirupam) अपनी पार्टी के विचार से इत्तेफाक नहीं रखते। निरुपम ने उलट मोदी सरकार के निर्णय को स्वागत योग्य बताया है। पार्टी के खिलाफ विचार व्यक्त करके संजय निरुपम एक बार फिर से चर्चा में आ गए हैं।
संजय निरुपम ने अपने ट्विटर अकाउंट पर मोदी सरकार के फैसले का समर्थन करते हुए कहा कि चीनी ऐप्स पर प्रतिबंध लगाने का केंद्र सरकार का फैसला सही है। लेकिन टिक टॉक (tik tok) ऐप पर प्रतिबंध से हमारे देश में लाखों युवा बेरोजगार हो जाएंगे। यह सस्ते, शुद्ध और स्वदेशी मनोरंजन की आवश्यकता को भी समाप्त करता है। टिक टॉक स्टार्स का अचानक अंत त्रासदी है। उनकी असीम प्रतिभा को एक विनम्र श्रद्धांजलि।
इससे पहले महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता पृथ्वीराज चव्हाण और कांग्रेस प्रवक्ता सचिन सावंत ने चीनी ऐप पर प्रतिबंध को लेकर भाजपा को घेरने की कोशिश की थी। इनका कहना था कि, भाजपा सरकार ने 130 करोड़ भारतीयों की निजी जानकारी को खतरे में डालते हुए 59 मोबाइल ऐप पर प्रतिबंध लगा दिया है।
इसके अलावा पृथ्वीराज चव्हाण ने यह भी मांग की कि NaMo ऐप को भी बैन किया जाए
जो यूजर्स की सारी जानकारी एकत्र करता है, और एक-दूसरे की निजी सेटिंग्स को बदलता है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि यह यूजर्स की जानकारी को भारत के बाहर की कंपनियों को भेजता है, इसलिए इसे भी बंद कर देना चाहिए।
हालांकि इस मुद्दे पर BJP के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल ने कहा कि, देश अब सुरक्षित हाथों में है और कोई भी अब भारत की डिजिटल सुरक्षा को पार नहीं कर सकता है। उन्होंने आगे कहा, "क्या देश 6 साल तक असुरक्षित हाथों में था और क्या डिजिटल असुरक्षा थी?"
इस पर पलटवार करते हुए सचिन सावंत ने कहा कि, क्या टिक टॉक ने PMCARES को 30 करोड़ रुपए दिए क्या वह क्रांति का एक भाग था। 20 दिन पहले mygovindia ने अपना एकाउंट TIKTOK पर बनाया क्या तब क्या डिजिटल सुरक्षा थी? साथ ही, मोदी द्वारा विज्ञापित पेटीएम के बारे में क्या ?