'राज ठाकरे मुक्त महाराष्ट्र'- रामदास आठवले

मुंबई के आजाद मैदान में दलितों द्वारा किया जा रहा यलगार मोर्चा में आरपीआई (आ) प्रत्यक्ष रूप से शामिल नहीं हैं। आरपीआई के अध्यक्ष और केंद्रीय सामाजिक न्यायमंत्री रामदास आठवले ने कहा कि एट्रोसिटी के मुद्दे पर वे मुख्यमंत्री से मुलाकात करेंगे। आपको बता दें कि भीमा-कोरेगांव हिंसा का कथित आरोपी संभाजी भिड़े की गिरफ्तार को लेकर दलितों ने आजाद मैदान में यलगार मोर्चे का आयोजन किया है।

दोषियों पर होगी कार्रवाई 

रामदास आठवले ने कहा कि भीम कोरेगांव हिंसा के पीछे चाहे भिड़े हो या कोई भी उन्हें गिरफ्तार जरूर करना चाहिए। हिंसा के बाद हुए आंदोलन में जिन युवाओं को पुलिस ने गिरफ्तार किया है जांच के बाद जो भी सही होगा वो सामने जरूर आएगा।  

 

मराठा और दलित में एकजुटता 

आठवले ने आगे कहा कि कोपर्डी घटना के बाद मराठा समाज में दलितो को लेकर रोष बढ़ा है। कई लोगों ने इस आग में घी डालने का भी काम किया है। आठवले के मुताबिक पहले की अपेक्षा अब दलित समाज अधिक जागरूक हुआ है। दलित और मराठा समाज के बीच जो द्वंद चल रहा था अब उसमें कमी आई है। दोनों समाज को इसी तरह से एकजुटता दिखाने की जरूरत है।

 

कुछ मामले होते हैं झूठे,सभी नहीं 

सुप्रीम कोर्ट के निर्णय पर बोलते हुए आठवले ने कहा कि वे सुप्रीम कोर्ट के निर्णय से सहमत नहीं हैं कि 90 फीसदी केस झूठे होते हैं। आज भी दलितों पर हमले होते हैं महिलाओं पर अत्याचार होते हैं, कई मामले तो सामने ही नहीं आ पाते। हाँ कुछ मामले जरूर झूठे होते हैं लेकिन सभी नहीं। इस बारे में हम कोर्ट में पुनर्विचार याचिका दाखिल करेंगे। 

राज ठाकरे मुक्त महाराष्ट्र

मोदी मुक्त भारत करने के राज ठाकरे के नारे का जवाब देते हुए रामदास आठवले ने कहा कि यह संभव नहीं है। उन्होंने राज पर कटाक्ष करते हुए कहा कि राज ठाकरे की रैली में केवल भीड़ जुटती है लेकिन उन्हें वोट नहीं मिलता। उन्होंने तंज कसा कि राज ठाकरे मुक्त महाराष्ट्र हो सकता है लेकिन मोदी मुक्त भारत नहीं।

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