अपने तो अपने होते हैं - हरेश्वर पाटिल

दादर - मुंबई के प्रथम महापौर हरेश्वर पाटिल शुक्रवार को मुंबई लाइव के कार्यालय में थे। इस मौके पर उन्होने पत्रकारों द्वारा पूछे गए अनेक प्रश्नों का उत्तर बड़ी ही बेबाकी से दिया। उन्होंने अपने महापौर होने से लेकर और अब तक के राजनीतिक सफ़र की दास्तां का अनुभव भी बांटा। उन्होंने कहा कि दल बदलने की प्रक्रिया बुरी नहीं होती क्योंकि जब आपको सम्मान नहीं मिलता तो यह करना पड़ता है। राजनीतिक वंशवाद को लेकर उन्होंने कहा कि घर और रिश्तेदार अपने होते है इसीलिए ऐसा करना पड़ता है। कई राजनीतिक दलों का अनुभव ले चुके पाटिल इस समय बीजेपी में हैं और उन्होंने मनपा चुनाव में बीजेपी के जितने की बात भी कही।

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