जब मुख्यमंत्री को ही करना पड़ा अपने मंत्रियों का इंतजार!

मराठी राजभाषा दिवस के अवसर पर आयोजित एक समारोह में मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को 10 मिनट तक इंतजार करना पड़ा। इस पर पूर्व मंत्री और विधायक दिवाकर रावत ने विधान परिषद की उपाध्यक्ष नीलम गोहे से इस बारे में टिप्पणी की।मराठी राजभाषा दिवस आज विधानमंडल में आयोजित किया गया था। कार्यक्रम के लिए उद्धव ठाकरे 10.30 बजे समय पर पहुंचे, लेकिन उस समय कोई अन्य मंत्री मौजूद नहीं थे। 

10 मिनट तक करना पड़ा इंतजार

उन्हें उन मंत्रियों के इंतजार मेंक खड़े रहना पड़ा। मंत्रियों की देरी पर पूर्व मंत्री दिवाकर रावते ने विधान परिषद की उपाध्यक्ष नीलम गोरहे से कहा " जब हम मंत्री थे तब एसा कभी नहीं हुआ था? मुख्यमंत्री को अन्य मंत्रियों की प्रतीक्षा करते हुए खड़ा होना पड़ा"

आपको बता दे की 27 फरवरी को मराठी भाषा दिवस के मौके पर विधानभवन में कई तरह के सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किये गये थे।  राज्य विधानसभा के बजट सत्र के चौथे दिन की शुरुआत से पहले, पार्टी के सभी नेताओं ने मराठी दिवस पर ग्रंथ सूची में भाग लिया। मुख्यमंत्री, उप मुख्यमंत्री और विपक्षी नेता एक साथ आए ।मराठी भाषा दिवस की पृष्ठभूमि पर मराठी भाषा को विधान भवन क्षेत्र में उठाया गया था। इस अवसर पर एक पुस्तक प्रदर्शनी  का भी आयोजन किया गया। 

साथ ही विधान भवन के परिसर में 12 बालूदारों की एक चित्र प्रदर्शनी भी की गई है।मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, उपमुख्यमंत्री अजीत पवार और अन्य सभी दलों के अन्य नेताओं के साथ विपक्ष के नेता देवेंद्र फड़नवीस भी पुस्तक प्रदर्शनी में शामिल थे।

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