मुंबई कांग्रेस अध्यक्ष बनने के बाद मिलिंद देवड़ा ने सोमवार को सभी नेता, पदाधिकारी, कार्यकर्ता और जनप्रतिनिधियों के साथ मीटिंग की और आने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारियां करने को कहा। इस मीटिंग में प्रिया दत्त, उर्मिला मातोंडकर, भाई जगताप, नसीम खान सहित अन्य नेता भी उपस्थित थे। लेकिन यहां भी संजय निरुपम नहीं दिखाई दिए।
'हमें बस साथ काम करने की आवश्यकता है'
इस बैठक में देवड़ा ने बीजेपी-शिवसेना युति सरकार को उखाड़ फेंकने का आव्हान करते हुए सभी कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों से विधानसभा चुनाव की तैयारियों में लग जाने को कहा। देवड़ा ने कहा कि पिछले पांच साल में प्रदेश की सरकार ने कुछ नहीं किया। लोग इस सरकार से परेशान हो गये हैं। हमें बस साथ काम करने की आवश्यकता है।
'राज्य में कांग्रेस की सरकार लाना जरूरी'
देवड़ा ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी द्वारा मुंबई के झोपड़ों धारकों को 500 स्क्वायर फूट घर देने वाली बात का भी जिक्र किया। देवड़ा ने कहा कि अगर राहुल गांधी की इस घोषणा को अगर पूरा करना है तो राज्य में कांग्रेस की सरकार लाना जरूरी है।
'गुटबाजी होगी दूर?'
आपको बता दें कि गुटबाजी से जूझ रही मुंबई कांग्रेस को क्या मिलिंद देवड़ा निकाल पाएंगे? मुंबई अध्यक्ष बनने के बाद देवड़ा के सामने कई चुनौतियां हैं। इसमें सबसे बड़ी और प्रमुख चुनौती है सभी नेताओं को एक साथ लाना। हालांकि सभी नेता एक मंच पर आकर गले मिल भी लेंगे लेकिन क्या उनके मन मिलेंगे?