महाराष्ट्र सरकार शायद 2005 के मुंबई आपदा को भूल गई है - मिलिंद देवड़ा

बुलेट ट्रेन को लेकर अक बार फिर से मुंबई कांग्रेस अध्यश्र मिलिंद देवड़ा ने सरकार पर निशाना साधा है।   कुछ दिनों पहले ही मुंबई कांग्रेस के अध्यक्ष मिलिंद देवड़ा ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से साल्ट पैन जमीन पर किसी भी विकास गतिविधियों से परहेज करने की अपील की थी।  एक बार फिर उन्होंने महाराष्ट्र सरकार की अंधाधुंध विकास योजनाओं और मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन पर गंभीर चिंता जताई है।

मिलिंद देवड़ा का कहना है की , "पहले तो बुलेट ट्रेन की वित्तीय व्यवहार्यता पर उठाए गए सवाल गंभीर थेअब राज्य सरकार का कहना है कि 54,000 मैनग्रोव इसके लिए समाप्त किए जाएंगेऐसा लगता है कि हम 2005 के जलप्रलय के सबक को भूल गए हैं, यह अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है, हम सब विकास के लिए हैं, लेकिन अंधाधुंध विकास नहीं चाहते, जो मुंबई और मुंबईकरों के शहर को गंभीर खतरे में डाल रहा है"

अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए उन्होने कहा की कोस्टल रोडसाल्ट पैन लैंड और अब बुलेट ट्रेनतीनों मामलों में, सरकार खतरनाक तरीके से और लापरवाही से विकास की अनुमति दे रही है. पर्यावरण के विनाश के नींव पर सरकार ये सब करने की अनुमति दे रही है और यह बहुत खतरनाक हो सकता है, मैं मुख्यमंत्री से तुरंत हस्तक्षेप करने और समाधान खोजने का आग्रह कर रहा हूं ताकि मैनग्रोव और साल्ट पैन लैंड जैसे प्राकृतिक क्षेत्र की रक्षा हो,"

दरअसल विधानपरिषद में  राज्य के परिवहन मंत्री दिवाकर  रावते ने कहा था की महाराष्ट्र जल्द ही बुलेट ट्रेन परियोजना के लिए 54,000 मैनग्रोव खो देगा। 

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