समृद्धी महामार्ग के नामकरण को लेकर बीजेपी और शिव सेना में हो सकता है टकराव?

मुंबई-नागपुर समृद्धि महामार्ग के नामकरण को लेकर अब विवाद पैदा हो सकता है। बीजेपी ने अपने कार्यकाल में जहां इस हाइवे का नाम पूर्व प्रधानमंत्री और बीजेपी नेता अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर रखने का निर्णय लिया था तो वहीं महाराष्ट्र की नवनिर्वाचित ठाकरे सरकार ने इस हाइवे का नाम शिव सेना प्रमुख बाल ठाकरे के नाम पर रखने का निर्णय लिया है। बताया जाता है कि आने वाले कुछ दिनों में शिव सेना आधिकारिक रूप से इसकी घोषणा कर सकती है।

शिव सेना दो दिन बाद कर सकती है घोषणा 

समृद्धि हाइवे बीजेपी सरकार की महत्वपूर्ण योजना मानी जाती है। इसीलिए बीजेपी की तरफ से इस हाइवे का नाम अटल बिहार वाजपेयी के नाम पर रखने का प्रस्ताव रखा गया था, लेकिन महाराष्ट्र सरकार बीजेपी के इस निर्णय को अब बदलना चाहती है। शिव सेना की तरफ से इसकी सारी तैयारी कर ली गयी है केवल घोषणा करना बाकी रह गया है।

उस समय बीजेपी ने नहीं माना था प्रस्ताव 

सूत्रों के अनुसार जब महाराष्ट्र में शिव सेना-बीजेपी की सरकार थी तभी उस समय है शिव सेना की तरफ से इस हाइवे का नाम बाला साहेब ठाकरे के नाम पर करने का प्रस्ताव रखा गया था। लेकिन तत्कालीन मुख्यमंत्री और बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस ने यह कह कर सबकी चुप करा दिया कि इस हाइवे का नाम अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर होने का प्रस्ताव पहले ही पास हो चुका है। हालांकि उस समय शिव सेना मन मसोस का रह गयी लेकिन अब वह कोई मौका नहीं छोड़ना चाहती। 

क्या है समृद्धि महामार्ग?

आपको बता दें कि समृद्धि महामार्ग नामका यह हाइवे मुंबई और नागपुर के बीच बनेगा। इस योजना के लिए 56 हजार करोड़ रुपए का बजट पास किया गया है। 710 किलीमीटर लंबा यह हाइवे 120 मीटर चौड़ा होगा। यह हाइवे महाराष्ट्र के 10 जिलों में से होकर गुजरेगा।

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