एनसीपी में प्रदेशाध्यक्ष के लिए अब नए उम्मीदवार की तलाश शुरू हो चुकी है। बताया जाता है कि इस पद के लिए दो लोगों का नाम सामने आ रहा है, पहला नाम जयंत पाटिल का दुसरा नाम शशिकांत शिंदे का। फ़िलहाल फाइनल डिसीजन पार्टी की बैठक में लिया जायेगा जो कि 29 अप्रैल को पुणे में शरद पवार की अगुवाई में होगी।
तटकरे ने किया खुद को बाहर
इसके पहले एनसीपी के प्रदेशाध्यक्ष की दौड़ से खुद को अलग करते हुए वर्तमान प्रदेशाध्यक्ष सुनील तटकरे ने कहा कि अध्यक्ष बनने की मेरी कोई इच्छा नहीं है। इसलिए इस पद पर पार्टी के किसी अन्य नेता को मौका मिलना चाहिए। पत्रकारो से बातचीत करते हुए तटकरे ने आगे कहा कि मैं चार साल तक प्रदेश अध्यक्ष रहा, कई महत्वपूर्ण विभागों में मंत्री पद पर भी रहा, पार्टी ने मुझे बहुत कुछ दिया। अब मैं फिर से प्रदेश अध्यक्ष बनने का इच्छुक नहीं हूं।
किसकी चलेगी, चाचा या भतीजे की?
जयंत पाटिल को शरद पवार और उनकी बेटी सांसद सुप्रिया सुले का करीबी माना जाता है। जबकि शशिकांत शिंदे को अजित पवार का खास माना जाता है। इसीलिए अब देखना यह होगा कि पार्टी के अध्यक्ष पद के लिए भतीजे अजित पवार की चलती है या चाचा शरद पवार की।
तटकरे राष्ट्रिय महासचिव
वैसे 29 अप्रैल को एनसीपी के नए प्रदेशाध्यक्ष के लिए चुनाव होगा। लेकिन इसी बीच तटकरे को राष्ट्रिय महासचिव के पद पर नियुक्त कर दिया गया।