रविवार शाम को महिलाओं के एक समूह ने मुंबई के देवनार(deonar) इलाके में एक बगीचे के बाहर सीएए-एनआरसी-एनपीआर( caa-nrc-npr) के खिलाफ प्रदर्शन करने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने उनकी कोशिस को नाकाम कर दिया।अधिकारी ने कहा कि केवल पांच महिलाओं को शाहूजी उद्यान(shahooji garden) के बाहर से हिरासत में लिया गया था और देवनार पुलिस स्टेशन में स्थानांतरित कर दिया गया था।
महिलाओं को लिया हिरासत में
देवनार पुलिस का कहना है की " महिलाओं ने बिना किसी पहले की सूचना के महिबगीचे के बाहर सड़क पर बैठने की कोशिश की। हमने उन्हें सड़क खाली करने के लिए कहा, लेकिन उन्होने हमारी बात नहीं सूनी । हमने उनमें से कुछ को पुलिस स्टेशन में स्थानांतरित कर दिया है उन्हे जल्द ही छोड़ा जाएगा” मौके पर पहुंचे पुलिस कर्मियों ने उनमें से कुछ को पकड़ लिया। उन्होंने कम से कम 20 महिलाओं को हिरासत में लिया।"
आपको बता दे की दिल्ली के शाहीन बाग(shaheen baugh) के तर्ज मुंबई के नागपाड़ा इलाके में पिछलें 26 जनवरी से नागरिकता संशोधन अधिनियम(CAA) राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर(NRC) और राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर(NPR) के खिलाफ महिलाओं द्वारा धरना-प्रदर्शन किया जा रहा है। नागरिकता संशोधन अधिनियम(CAA) राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर(NRC) और राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर(NPR) के विरोध में दिल्ली के शाहीन बाग में पिछलें 51 दिनों से महिलाएं विरोध प्रदर्शन पर बैठी है। महिलाओं की मांग है की जब तक सराकर CAA को वापस नहीं लेती है तब तकय उनका ये विरोध प्रदर्शन चलता रहेगा।
राज्य में NRC नहीं होगा लागू
राज्य के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने एक साक्षात्कार में कहा की वह CAA का समर्थन करते है लेकिन राज्य में NRC को लागू नहीं करेंगे।ठाकरे ने कहा, 'सीएए से देश के किसी भी नागरिक की नागरिकता नहीं छीनी जाएगी। हालांकि एनआरसी को महाराष्ट्र में लागू नहीं होने दिया जाएगा। एनआरसी लागू होने से हिंदू और मु्स्लिमों दोनों के ही लिए नागरिकता साबित करना काफी मुश्किल हो जाएगा। मैं ऐसा नहीं होने दूंगा।'
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