परिचारक पर गिरी गाज,हुआ निलंबन

मुंबई - सैनिकों के परिवारवालों के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी करना आखिरकार निर्दलीय विधायक प्रशांत परिचारक पर भारी पड़ ही गया। परिचारक को सदन से डेढ़ वर्ष के लिए निलंबित कर दिया गया। भाजपा समर्थित विधान परिषद सदस्य के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर विपक्षी सदस्यों द्वारा उच्च सदन को लगातार तीन दिन तक बाधित किये जाने के बाद परिचारक को निलंबित करने का फैसला किया गया। सरकार में सहयोगी शिवसेना ने भी बहस में हिस्सा लेते हुए कहा कि सरकार को मुद्दे का संज्ञान लेकर विधायक के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए।

विधान परिषद में आज सदन के नेता और राज्य सरकार में मंत्री चंद्रकांत पाटिल ने कहा कि परिचारक ने सैनिकों के परिजन के प्रति अत्यंत अपमानजनक और निंदनीय टिप्पणी की और केवल माफी मांगना काफी नहीं है। विधायक ने सैनिकों की पत्नियों को लेकर पिछले महीने विवादित बयान दिया था लेकिन बाद में माफी मांग ली थी।

पाटिल ने कहा कि समिति के रिपोर्ट पेश करने तक परिचारक को डेढ़ वर्ष की अवधि के लिए निलंबित किया जाता है। विधान परिषद में इस प्रस्ताव को ध्वनि मत से स्वीकार कर लिया गया। पाटिल आगे बताया कि इस मामले में एक उच्चसमिति का गठन किया गया है जो इसकी जांच करेगी। गौरतलब है कि परिचारक का कार्यकाल वर्ष 2022 तक का है।

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