महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (Maharashtra navnirman sena) के महासचिव और प्रवक्ता संदीप देशपांडे (sandeep deshpande) ने मांग की है कि, मनसे (mns) के कार्यकर्ताओं को पीटने वाले पुलिस अधिकारी और कर्मचारियों को तत्काल निलंबित करके उनके खिलाफ कार्रवाई की जाए। बता दें की मुंबई के करीब स्थित वसई में एक कार्यक्रम के दौरान महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के कार्यकर्ताओं द्वारा हंगामा किया गया। जिसके बाद पुलिस ने कार्रवाई के दौरान कुछ कार्यकर्ताओं पर लाठी भांज दी।
मिली जानकारी के मुताबिक, परिवहन सेवा के उद्घाटन के लिए राज्य के शहरी विकास मंत्री एकनाथ शिंदे (eknath shinde) हाल ही में वसई पहुंचे थे। इस कार्यक्रम के आयोजन में दखल देते हुए मनसे के कई कार्यकर्ता पहुँच गए और नगर पालिका के कमिश्नर के खिलाफ "कमिश्नर साहब, समय दो" का नारा लगाने लगे। जिसके बाद वहां उपस्थित पुलिस ने जब कार्यकर्ताओं को हटाने की कोशिश की तो कार्यकर्ता नहीं माने। जिसके बाद पुलिस ने लाठी भांजनी शुरू कर दी। साथ ही पुलिस ने दो कार्यकर्ताओं को भी गिरफ्तार किया था। पुलिस की इस बर्बरता पर मनसे ने नाराजगी जताया। मनसे कार्यकार्याओं का आरोप है कि, पुलिस ने बेहद भद्दी गालियां दी, और सभी को बुरी तरह से मारा पीटा।
पुलिस के इस गैरजिम्मेदाराना व्यवहार के खिलाफ मनसे नेता संदीप देशपांडे ने एक वीडियो जारी कर पुलिस के खिलाफ भड़ास निकाली है। अपने वीडियो में संदीप देशपांडे कहते हैं कि, मैंने वसई-विरार में हुये आंदोलन का वीडियो देखा। चूंकि हमारे दो कार्यकर्ता कमिश्नर द्वारा मुलाकात का समय नहीं देने के बाद हमारे दो कार्यकर्ता 'कमिश्नर साहब हमें मिलने का समय दो, ऐसी मांग करने लगे।लेकिन ये पुलिसवाले हमारे कार्यकर्ताओं की माताओं और बहनों को गाली देने लगे।
लेकिन मैं इन पुलिसकर्मियों को बताना चाहते हैं कि हमारे लोगों की माताएं और बहनें सड़कों पर नहीं हैं। पुलिस को सरकारी दलाल की तरफ काम नहीं करना चाहिए। सत्ता आती है और चली जाती है। इसलिए पुलिस को पुलिस की तरह काम करना चाहिए। पुलिस को वहां पर गाली देने और मारने की कोई जरूरत नहीं थी। अगर आप उनका हाथ पकड़ लेेते, तब भी वे आपके साथ आकर बैठ जाते। लेकिन महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना ज़िंदाबाद का नारा लगाने पर पुलिस ने हमारे सैनिकों को मारा पीटा। ऐसा दिखावा मत करो, सत्ता के दलाल मत बनो। यदि आपके पास इतना ही साहस है तो अपनी वर्दी को दो घंटे के लिए अलग रख दो और एक-एक करके हमसे लड़ों, फिर हम दिखाते हैं कि राज ठाकरे के कट्टर सैनिक क्या करते हैं?
देशपांडे ने कहा, जब पुलिस पर हमला हुआ, तो हम सभी ने आपकी रक्षा के लिए आजाद मैदान तक मार्च निकाला था। पुलिस पर हाथ न उठाएं, राज (raj thackeray) साहब ने हमें सिखाया है।लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि हम सब कुछ बर्दाश्त करेंगे। हम उन पुलिस अधिकारियों को तत्काल निलंबित करने की मांग करते हैं जिन्होंने हमारे सैनिकों को मारा और उनका अपमान किया।