स्थायी समिति में बीजेपी और शिवसेना में हो सकता है टकराव

 मुंबई – मुंबई नगर निकाय चुनाव जितना रोचक चुनाव के पहले था, उससे कही अधिक रोचक चुनाव के बाद हो गया है। किसी भी पार्टी को स्पष्ट जनादेश न मिलने के कारण सभी की निगाहें शिवसेना और बीजेपी पर टिकी है कि क्या वे युति कर बीएमसी की सत्ता पर काबिज होंगी।
इस चुनाव में बीजेपी को जहाँ 82 सीटें मिली तो वही शिवसेना को 84, लेकिन शिवसेना को निर्दलियों द्वारा दिए जा रहे सदस्यों के कारण उसके नगरसेवकों की संख्या बढ़ती जा रही है। यही नहीं इस चुनाव में पिछली चुनाव की अपेक्षा जहाँ बीजेपी में 51 नगरसेवकों की संख्या में बढ़ोत्तरी हुई तो वही शिवसेना में 9 नगरसेवकों की। इस आधार पर देखा जाए तो स्थानीय समिति में बीजेपी नगरसेवक पिछली बार की अपेक्षा इस बार अधिक होंगे। पिछली बार स्थायी समिति में जहाँ बीजेपी के 4 और शिवसेना के 9 सदस्य थे तो इस बार बीजेपी के 9 तो शिवसेना के 10 सदस्य स्थायी समिति में नजर आयेंगे। कहा तो यहाँ तक जा रहा है की अगर इन दोनों पार्टियों में युति न हुयी तो स्थायी समिति में टकराव दिखाई दे सकता है।

लटक सकता है बेस्ट और शिक्षण समिति प्रस्ताव
बेस्ट समिति और शिक्षण समिति बैठक में शिवसेना के 6 और बीजेपी के 8 सदस्य होंगे, कयास लगाए जा रहे हैं कि बैठक में टकराव देखने को मिल सकता है।

बीजेपी के होंगे दो स्वीकृत सदस्य
मुंबई बीएमसी में पांच नाम निर्देशित सदस्यों की नियुक्ति होने से शिवसेना और बीजेपी को दो-दो तो कांग्रेस को एक जगह मिलेगी। चुनकर आये हुए सदस्यों की आधार पर ही इस नामनिर्देशित सदस्यों का चुनाव होता है। अब तक कांग्रेस के दो, शिवसेना के दो और बीजेपी के एक सदस्य की संख्या नामनिर्देशित में था, लेकिन इस बार कांग्रेस के नगरसेवकों की संख्या कम होने के कारण उसका एक ही सदस्य नामनिर्देशित में रहेगा।

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