BMC में BJP और SHIVSENA के गठबंधन का अब क्या होगा अंजाम?

महाराष्ट्र का सियासी ड्रामा हर दिन दिलचस्प होता जा रहा है। बीजेपी के साथ शिव सेना का मतभेद इस हद तक बढ़ गया है कि शिव सेना के नेता और केंद्रीय मंत्री अरविंद सावंत ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है जिससे माना जा रहा है कि शिव सेना ने एक तरह से खुद को एनडीए से अलग कर लिया है। अरविंद सावंत शिव सेना कोटे से मोदी मंत्रिमंडल में कैबिनेट मिनिस्टर थे। अब जब शिव सेना ने यह कदम उठा लिया है तो शिव सेना का क्रीम कहे जाने वाले बृहनमुंबई महानगर पालिका यानी बीएमसी में भी बीजेपी, शिव सेना का साथ छोड़ सकती है।  

आपको बता दें कि बीएमसी में बहुमत के लिए मैजक फिगर 112 है, चुनाव बाद गठबंधन के तहत  बीजेपी ने शिवसेना को बिना शर्त समर्थन दिया है। अब जब शिव सेना NDA से बाहर हो गयी है तो सबकी नजरें इस बात पर टिक गयी हैं कि क्या बीएमसी में भी बीजेपी शिव सेना से समर्थन वापस ले सकती है?

अगर बीएमसी में भी बीजेपी शिव सेना से समर्थन वापस ले सकती है तो वहां भी कांग्रेस बाहर से शिव सेना को समर्थन दे सकती है जिससे शिव सेना का आंकड़ा पूरा हो सकता है। 

यही नहीं शिव सेना मात्र दो नगर सेवकों के साथ बीजेपी से आगे हैं, लेकिन मनसे ने छह में से सात नगरसेवक शिव सेना में शामिल होने के बाद शिव सेना का आंकड़ा बढ़ गया था। बताया जा रहा है कि अब जैसी महाराष्ट्र की स्थिति बन गयी है उससे अब आगे भी बीजेपी बीएमसी में शिव सेना को घेरने की कोशिश में रहेगी।

2017 में बीएमसी में हुए चुनाव के बाद रिजल्ट इस प्रकार आए थे... 

  • शिवसेना -84 
  • भाजप -82 
  • काँग्रेस - 31  
  • राष्ट्रवादी -09 
  • मनसे -07  (अब संजय तुरडे मात्र एक ही नगर सेवक हैं)
  • समाजवादी पार्टी -06 
  • MIM -02 
  • अन्य - 06
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