बांद्रा में चुनाव के दौरान एक अजीब घटना घटी, एक महिला उस समय हैरान रह गयी जब वह वोट करने मतदान केंद्र पर पहुंची, लेकिन उसे वोट नहीं करने दिया गया। बूथ पर मौजूद मतदाताकर्मियों ने उसे बताया कि उसका नाम मृतक लिस्ट में है। अपना नाम मृतक लिस्ट ने देख कर महिला के पैरों तले जमीं खिसक गयी। आपको बता दें कि 21 अक्टूबर को महाराष्ट्र और हरियाणा में विधान सभा चुनाव के लिए वोट डाले जा रहे हैं।'
क्या है मामला?
अपने पति के साथ मंजुला विनोद कुमार मोदी (66) नामकी इस महिला बांद्रा इलाके में स्थित एक मतदान केंद्र में वोट करने पहुंची थी। मंजुला ने बताया कि, वह पिछले 35 साल से वोट डाल रही है, लेकिन इस बार पता नहीं कैसे, उसके साथ ऐसा हो गया।
मंजुला ने कहा कि अभी विधानसभा चुनाव के लिए 15 दिन पहले उसे अपना नया वोटर आईडी कार्ड मिला, साथ ही मेरे आधार सहित अन्य सरकार की तरफ से जारी दस्तावेजों को भी सत्यापित किया गया, तो मुझे मृत कैसे माना जा सकता है?
परेशान मंजुला ने कहा, अगर मैं यहाँ आपके सामने वोट देने आई हूँ तो मैं जिंदा हूं, तो मैं कैसे मर सकती हूँ?" आखिर मंजुला को अपने मौलिक अधिकार का प्रयोग करने की अनुमति नहीं दी गयी और उसे बिना वोट किये ही घर लौटना पड़ा।
हालांकि मंजुला को इसी कारण के चलते 2019 के लोकसभा चुनाव में भी वोट देने से वंचित होना पड़ा था। मंजुला मोदी के पति विनोद कुमार मोदी ने बताया कि हमने कई बार इसकी शिकायत चुनाव आयोग के अधिकारियों से की, इसके बावजूद, हमारी यह परेशानी दूर नहीं हुई।
कांग्रेस भी लगा चुकी है आरोप
आपको बता दें कि इस बार कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी दलों ने भी बीजेपी पर मतदाता सूची में फर्जी नाम बढ़ाने और कई लोगों के नामों को लिस्ट से हटाने का आरोप लगाया था। यही नहीं चुनावों से पहले कांग्रेस ने चुनाव आयोग से 44.61 लाख फर्जी मतदाताओं के नाम मतदाता सूची से हटाने की मांग भी की थी, साथ ही कांग्रेस मुख्य चुनाव आयुक्त (सीईसी) सुनील अरोड़ा को 2.16 लाख फर्जी नाम की सूची भी भेजी थी।
इसी साल जनवरी महीने में भी कांग्रेस नेता संजय निरुपम ने भी आरोप लगाते हुए कहा था कि मुंबई के हर विधानसभा क्षेत्र में लगभग 15,000 से 20,000 फर्जी मतदाता पंजीकृत हैं, और आठ से नौ लाख फर्जी मतदाता हैं।