CAA ,NRC का विरोध करे या डिटेंशन कैंप में जाने के लिए तैयार रहे- प्रकाश आंबेडकर

दलित नेता और वंचित  बहुजन अघाड़ी के संस्थापक प्रकाश अंबेडकर ने गुरुवार को कहा कि लोगों को नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) और राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) का विरोध करना चाहिए या डिटेंशन कैंप में रखे जाने के लिए तैयार रहना चाहिए। दादर टीटी सर्कल में धरना का नेतृत्व करने वाले अंबेडकर ने दावा किया कि पिछली भाजपा नीत सरकार ने पहले ही नवी मुंबई के खारघर और नेरुल में डिटेंशन कैंप बनाए थे।

40% हिंदू होंगे प्रभावि

उन्होंने कहा कि मुसलमानों के अलावा, सीएए-एनआरसी देश के 40% हिंदुओं को प्रभावित करेगा, और इसके निहितार्थ अभी तक पूरी तरह से समझ में नहीं आए हैं। उन्होंने कहा कि खानाबदोश जनजातियों में 12-16% आबादी शामिल है, लगभग 9% आदिवासी हैं, इसके अलावा अलुतेटार और बलुटेदार (छोटे प्रवासी मजदूर समुदाय) जिनके पास किसी भी प्रकार का कोई दस्तावेज नहीं है।

अंबेडकर ने स्पष्ट किया कि आज का विरोध सिर्फ सीएए या एनआरसी के खिलाफ नहीं था, बल्कि अर्थव्यवस्था में मंदी से निपटने के लिए सरकार की निष्क्रियता के खिलाफ भी था। उन्होंने कहा, "मोदी सरकार ने अर्थव्यवस्था को पूरी तरह से विचलित कर दिया है। सीएए और एनआरसी अर्थव्यवस्था में मंदी, नौकरी के नुकसान और व्यवसायों को बंद करने से लोगों का ध्यान भटकाने के लिए हैं।"

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