मनसे के 'इन' नगरसेवको का यही कहना बाकी था...

  • सचिन धानजी & मुंबई लाइव टीम
  • राजनीति

मनसे के उन छह नगरसेवको ने, 'अरे!भाई बागी, हां वही' मनसे छोड़ने के बारे में अपनी सफाई पेश की है।  सफाई थोड़ी आपको अटपटी भी लग सकती है। खैर, सफाई में इन लोगों ने कहा है कि वे मनसे की हिंसक रवैये से त्रस्त हो गये थे इसीलिए उन्होंने पार्टी छोड़ी। अब यह आप पर निर्भर है कि आप इस सफाई को लेकर क्या सोचते हैं। 

मनसे ने इन छहों नगरसेवकों के विरोध में कोंकण विभागीय आयुक्त को पत्र लिख कर मांग की है कि इनकी सदस्यता रद्द की जाए।  इन सभी नगरसेवकों ने लिखित रूप में अपनी सफाई पेश करते हुए यह कारण बताया है कि उन्होंने मनसे क्यों छोड़ा?

क्या कहा 'उन' नगरसेवको ने

अपनी सफाई में उन्होंने कहा कि फरवरी महीने से ही हमारे अंदर का असंतोष बढ़ रहा था। हम पार्टी के कार्यप्रणाली से नाराज थे। हम पार्टी के निर्णय और पद पर बैठे लोगों से खुश नहीं थे। पार्टी के हिंसक आंदोलन और राज ठाकरे के उकसाने के कारण हम सभी लोगों ने पार्टी छोड़ दिया। 

पब्लिक है सब जानती है...

अब यह नगरसेवक अपनी सफाई में इस तरह की बयानबाजी देकर खुद ही सवाल उठा रहे हैं कि जिस पार्टी ने मराठी मुद्दे पर अपना जनाधार मारपीट करके बढ़ाया हो उस पार्टी के खिलाफ एकाएक इसी समय कैसे अहिंसा की भावना जागृत हो गयी।  यह काम तो वे बहुत पहले कर सकते थे या फिर वे पार्टी ही ज्वाइन नहीं करते। उन्होंने बीएमसी चुनाव में पार्टी का हश्र देख कर ही यह कदम क्यों उठाया? चलिए हम क्या कहें...पब्लिक सब जानती है। 

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