यशवंत जाधव फिर महापौर की दौड़ में

  • सचिन धानजी & मुंबई लाइव टीम
  • राजनीति

मुंबई - बीएमसी चुनाव में किसी भी पार्टी को पूर्ण बहुमत ना मिलने के कारण अब महापौर का चुनाव मतदान द्वारा किया जाएगा। 9 मार्च की बीएमसी कमिश्नर अजॉय मेहता ने सभी पार्टियों की एक बैठक बुलाई है। महापौर पद को लेकर बीजेपी और शिवसेना में रस्साकशी का माहौल है। दोनों दलों में महापौर पद के इच्छुक उम्मीदवारो ने अपना अपना जुगाड़ लगाना शुरु कर दिया है। शिवसेना की ओऱ के महापौर पद के लिए यशवंत जाधव का नाम सबसे आगे चल रहा है।

बीएमसी चुनाव में शिवसेना को 84, भाजपा को 82, एमएनएस 7, एनसीपी को 9, कांग्रेस को 31 , अभासे को 1, एमआईएम को 2, और 5 निर्दनिल नगरसेवक चुनकर आए थे। शिवसेना से शोधर फणसे, तृष्णा विश्वासराव जैसे उम्मीदवारों से यशवंत जाधव कही आगे दिख रहे है। जाधव के अलावा आशिष चेंबूरकर,मंगेश सातमकर, रमेश कोरगांवक, विशाखा राऊत, राजुल पटेल, शुभदा गुडेकर, किशोर पेडणेकर का नाम भी जोर शोर से आगे आ रहा है।

यशवंत जाधव का सपना सच होगा?
2002 मे महापौर पद अनुसुचित जाति के लिए आरक्षित होनो के कारण यशवंत जाधव और महादेव देवले के नामों की चर्चा थी। परंतु एन वक्त पर बालासाहेब ठाकरे ने महादेव देवले को महापौर पद के लिए नियुक्त किया। जिसके बाद अगली बार महापौर का पद अनुसूचित जाति में महिलाओं के लिए आरक्षित किया था। पत्नी यामिनी यशवंत जाधव का नाम तब भी महापौर पद की रेस में शामिल था। लेकिन स्नेहल आंबेकर को महापौर नियुक्त किया गया।

कैसे होगी शिवसेना की रणनीति
यशवंत जाधव, सातमकर, कोरगावकर में से किसी एक को महापौर का पद दिया जा सकताहै तो वही विशाखा राउत और राजू पटेल में से किसी एक को सभागृहनेता पद दिया जा सकता है। तो वही स्थाई समिति के लिए रमेश कोरेगांवकर और मंगेश सातमकर में स्पर्धा रहेगी।

कांग्रेस के गटनेता पद पर आसिफ जकेरिया या रवीराजा?
बीएमसी चुनाव में कांग्रेस को कुल 31 सीटों पर विजय प्राप्त हुई। कांग्रेस के गटनेता पद पर आसिफ जकेरिया और रवी राजा में टक्कर दिख रही है तो वही एनसीपीके गटनेता के लिए कप्तान मलिक का नाम आगे आ रहा है। बीजेपी से मनोट कोटक गट नेता हो सकते है तो वही मनसे से दिलीप लांडे को गटनेता बनाया जा सकता है।

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