महिलाओं से छेड़छाड़ करने वालों को जेल पहुंचाएंगा 'जासूसी चश्मा'

  • संतोष तिवारी
  • समाज

मुंबई की लोकल ट्रेन में हर दिन 50 लाख से अधिक लोग यात्रा करते हैं। इनमें महिलाएं भी शामिल होती है। रेलवे स्टेशनों और ट्रेनों ने होने वाली भीड़ का फायदा उठा कर कई लोग महिलाओं के साथ छेड़छाड़ करते हैं। तो कई मनचले महिलाओं के देख कर सीटियां बजाते हैं। यही नहीं रेलवे द्वारा बार-बार स्टंटबाजी नहीं करने की घोषणा के बाद भी कई लोग स्टंटबाजी करके अपनी जान गंवाते हैं। ऐसा करके कई लोग पुलिस की नजर से बच भी जाते हैं। लेकिन अब ऐसे लोग नहीं बचेंगे, क्योंकि आ गया है जासूस।

मनचलों को सबक सिखाना जरुरी 

मुंबई के रहने वाले दीपेश टैंक, आम लोगों की तरह ही अपने काम पर आने जाने के लिए ही लोल ट्रेन का यूज करते हैं। लेकिन कई बार इनकी आंख के सामने ही लोग स्टंटबाजी करते हुए अपनी जान गंवा दिया है, साथ ही मनचलों द्वारा महिलाओं के साथ अभद्र व्यवहार भी करते हैं। तो ऐसे लोगों को सबक सिखाने के लिए दीपेश ने बीड़ा उठाया।

हर गतिविधि होती है रिकॉर्ड 

दीपेश विडियो कैमरा से युक्त एक चश्मा पहनते हैं, बिलकुल आम चश्मा जैसा दिखने वाला यह कैमरा लोगों की हर गतिविधियों को कैद करता है। दीपेश अब ऐसे मनचलों की गतिविधियों को कैद करते हैं जो महिलाओं के साथ छेड़छाड़ करते हैं या फिर अन्य किसी आपराधिक गतिविधियों को अंजाम देते हैं। यही नहीं स्टंटबाजों द्वारा किये जाने वाले स्टंट को भी ये रिकॉर्ड करते हैं।

ऐसे लोगों की हर कारगुजारी को रिकॉर्ड करने के बाद ये विडियो जीआरपी को देते हैं और अन्य सारी जानकारी भी उपलब्ध कराते हैं, जिसकी मदद से रेलवे पुलिस मनचलों को धर दबोचती है।

नागरिक समझे अपनी जिम्मेदारी

इस बारे में दीपेश का कहना है कि जब निर्भया कांड हुआ था तो वे बहुत दुखी हुए थे। उन्होंने अपने आसपास ऐसे कई लोगों को देखा था जो महिलाओं के साथ अनुचित व्यवहार करते थे। दीपेश कहते हैं कि, ऐसे लोगों को रोका नहीं जाता इसीलिए इनकी हिम्मत बढ़ जाती है और फिर मामला छेड़छाड़ से शुरू होकर ये आगे चल कर रेप तक करने की घटनाओं को अंजाम देते हैं। दीपेश का कहना है कि अगर उनकी तरह हर नागरिक अपनी जिम्मेदारी समझे तो मनचलों पर रोक लग सकती है।

दीपेश अब तक कई मनचलों को गिरफ्तार करवा चुके हैं। दीपेश के इस काम को रेलवे भी प्रशंसा कर रही है।

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