आज का समाज भले ही ट्रांसजेंडर महिलाओ को स्विकारने में घबराता हो , लेकिन कई बार यही ट्रांसजेंडर महिलाए कई बच्चों के लिए मसीहा साबित होती है। मुंबई में रहनेवाली ट्रांसजेंडर महिला गौरी सावंत मुंबई में बच्चों के लिए आश्रय का निर्माण कर रही है। गौरी ने बच्चो को रहने के लिए एक दो मंजिला आश्रम बनाने जा रही है। 1,000 वर्ग फुट में ये आश्रम फैला होगा।
दरअसल गौरी ने कई बार समाज से मिलनेवाली विपरित परिस्थितियो का सामना किया है। जब उनको पता चला की सेक्स वर्कर के बच्चो को सही तरिके से रहने और पढ़ाई का मौका नहीं मिल रहा है,तब उन्होने इस आश्रय के निर्माण का फैसला किया।
गौरी सावंत एक ट्रांसजेंडर महिला होने के बावजूद अनाथ बच्ची को पाल रही है। हालही में वह एक कर्मिशियल विज्ञापन में भी दिखी थी ,जो युट्युब पर काफी हिट हुआ था। इस विज्ञापन में मां और बेटी की कहानी सुनाई गई थी।
37 साल की गौरी सावंत को उनका हर एक दोस्त खास मानता है। कई बार तो अगर कोई ट्रांसजेंडर मुसीबत में फस जाए तो उनके पास मदद के लिए आता है। सावंत ने पहले ही लगभग 50 प्रतिशत धनराशि जमा की है , साथ ही बाकी पैसो को वह मिलाप संस्था के साथ मिलकर क्राउडसोर्सिंग साइट से जमा करेंगी।
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