देश में कोरोना वायरस (Coronavirus) के बढ़ते हुए मामलों को देखते हुए रेलवे बोर्ड ने 12 अगस्त तक नियमित चलने वाली मेल, एक्सप्रेस, पैसेंजर ट्रेन, मेट्रो और लोकल ट्रेनों को रद्द करने का निर्णय लिया है। बोर्ड ने यह भी स्पष्ट किया है कि जिन यात्रियों ने 12 अगस्त तक टिकट बुक किया है, उन्हें 100 प्रतिशत यानी पूरा का पूरा पैसा वापस दिया जाएगा। रेलवे के इस निर्णय के कारण उन आम लोगों को झटका लगा है जो लोकल ट्रेन(mumbai local train) शुरू होने और काम पर जाने की आस लगाए बैठे थे। अब वही आवश्यक सेवा कर्मियों यानी इमरजेंसी सेवा वालों को छोड़कर बाकी सभी के लिए मुंबई की लोकल ट्रेन में यात्रा करने की अनुमति नहीं मिलेगी।
इससे पहले, रेल मंत्रालय ने 13 मई को एक परिपत्र जारी किया था। जिसमें कहा गया था कि नियमित ट्रेन सेवाओं को 30 जून तक निलंबित कर दिया गया है। साथ ही यह भी कहा गया कि 14 अप्रैल या उससे पहले आरक्षित टिकट कैंसिल होंगे और उन की पूरी राशि यात्रियों को वापस कर दी जाएगी।
इसी तरह से लंबी दूरी की रेल यात्रा भी बंद है। नए आदेश के अनुसार, नियमित ट्रेन सेवाएं 12 अगस्त तक बंद रहेंगी। लेकिन इस बीच, केवल राजधानी स्पेशल ट्रेनें और 1 जून से शुरू होने वाली मेल, एक्सप्रेस जैसी विशेष ट्रेनें जारी रहेंगी।
कोरोना वायरस के मद्देनजर मुंबई में चलने वाली लोकल ट्रेनों को 25 मार्च से ही जनता के लिए बंद कर दिया गया था। केवल रेलवे कर्मचारियों के लिए विशेष EMU चलाए जा रहे थे। लेकिन महाराष्ट्र सरकार द्वारा 'मिशन बिगिन अगेन' के तहत लॉकडाउन में ढील देने के बाद, रेल मंत्रालय ने अतिआवश्यक सेवा कर्मियों के लिए विशेष लोकोमोटिव के संचालन को मंजूरी दी थी। तदनुसार, 362 विशेष लोकल ट्रेनें पश्चिमी और मध्य रेलवे पर चलाई जा रही हैं।
इसके पहले महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे सहित अन्य मंत्रियों ने भी पीएम नरेंद्र मोदी से मुंबई की लोकल ट्रेन आम लोगों के लिए भी शुरू करने की अपील की थी, ताकि लोग अपने काम धंदे पर जा सके और फिर से राज्य की अर्थव्यवस्था पटरी पर आ सके।