ट्रैकमैन और गैंगमैन की सुरक्षा बना 'रक्षक'

रेलवे पटरी पर ट्रेन सरपट दौड़े, इसके लिए रेलवे पटरियों की देखभाल के लिए ट्रैकमैन और गैंगमैन की नियुक्ति की जाती है। लाखों लोगों की रक्षा करने वाले इन ट्रैकमैन और गैंगमैन कभी कभी ट्रेन की चपेट में आकर आकस्मिक मौत के शिकार हो जाते हैं या फिर जख्मी हो जाते हैं।

ऐसा न हो इसीलिए अब रेलवे मंत्रालय की तरफ से ट्रैकमैन और गैंगमैन की सुरक्षा के लिए 'रक्षक' उपकरण बनाया गया है। जिसके तहत ट्रेन के एक किमी दूर होने की खबर ट्रैकमैन और गैंगमैन को पहले ही मिल जाएगी।

रेलवे के अंतर्गत काम करने वाली रिसर्च डिजाइन एंड स्टैंडर्ड आर्गेनाईजेशन यानी आरडीएसओ ने 'रक्षक' नाम से उपकरण बनाया है। इस उपकरण की सहायता से रेलवे की देखभाल में लगे ट्रैकमैन और गैंगमैन को ट्रेन के एक किमी दूर होने की सूचना पहले ही मिल जायेगी जिससे वे सावधान हो जाएंगे।

यही नहीं इस उपकरण की सहायता से  ट्रनों के प्लेटफॉर्म पर आने और छूटने की भी खबर मिला करेगी। इस उपकरण को कम्प्यूटर के माध्यम से सिंग्नल यंत्र से जोड़ा गया है। मध्य रेलवे प्रायोगिक तौर पर इसका उपयोग करने जा रही है।

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