कोरोना की दूसरी लहर, मुंबई एयरपोर्ट को लगा झटका

कोरोना वायरस (Coronavirus) के मद्देनजर मुंबई में भी तालाबंदी (lockdown) की गई है। इस लॉकडाउन से कई लोग प्रभावित हुए हैं। इसी कड़ी में छत्रपति शिवाजी महाराज अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे (chhatrapati shivaji maharaj international airport) की उड़ानों की संख्या में काफी कमी आई है, जिसके कारण यात्रियों की संख्या में भी कमी आई है। बताया जा रहा है कि, एयरपोर्ट (airport) का घाटा करीब 68 फीसदी तक पहुंच गया है।

कोरोना संकट से पहले मुंबई एयरपोर्ट (mumbai airport) देश का सबसे व्यस्त एयरपोर्ट था। इस हवाई अड्डे से प्रतिदिन 900 से अधिक उड़ानें होती थीं। लेकिन कोरोना संकट ने दैनिक उड़ानों को काफी प्रभावित किया। जब दिसंबर-जनवरी के दौरान कोरोना की लहर कम हुई और उड़ानों की संख्या एक बार फिर 600 पर पहुंच गई। लेकिन मार्च में कोरोना की दूसरी लहर के तुरंत बाद उड़ानों की संख्या में फिर से गिरावट आई। जिसके बाद सबसे बड़ा झटका एयरपोर्ट को लगा है।

मुंबई हवाई अड्डे को वर्तमान में प्रति दिन केवल 300 यात्री उड़ानों की ही अनुमति है। मांग कम होने के कारण रोजाना 100 विमान ही उड़ रहे हैं।

कोरोना के पहले एयरपोर्ट से रोजाना 1.40 लाख यात्री सफर करते थे। जो अब घटकर 17,600 हो गई है। हाालांकि कार्गो के काम में कोई कमी नहीं आई है। प्रतिदिन औसतन 387 टन कार्गो का संचालन किया जाता है। कार्गो विमान प्रतिदिन 20 शहरों में आते-जाते हैं।

पढ़ें : कोरोना काल में मुंबई एयरपोर्ट को हुआ करोड़ो रुपये का घाटा

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