'रेलवे ट्रैक पर पानी भर जाने की जिम्मेदार बीएमसी'

रेलवे ट्रैक की साफ़ सफाई नहीं करने के कारण बारिश के मौसम में ट्रैक पर पानी भर जाता है जिससे ट्रेनों की आवाजाही प्रभावित होती है। ट्रैक पर साफ सफाई करने के बजाय अब रेलवे इसका जिम्मेदार बीएमसी को बता रहा है।

'बीएमसी उठाए अपनी जिम्मेदारी'

रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष अश्वनी लोहानी सोमवार को मुंबई में  थे, उन्होंने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि कचरा रेलवे के लिए हमेशा मुसीबत का कारण बनता है, रेलवे ट्रैक पर पड़े कचरे को उठाने की जिम्मेदारी किसकी है यह बताने की जरूरत नहीं है। यदि बीएमसी अपनी जिम्मेदारियों को सफलतापूर्वक निर्वहन करता है तो निर्वहन करता है तो कई समस्याएं हल हो जाएंगी।

'नालों की नहीं होती सफाई' 

उन्होंने आगे कहा कि हर बारिश में ट्रैक पर पानी भर जाता है और रेलवे की सेवा प्रभावित होती है। थोड़ी सी बारिश में भी हार्बर, मध्य और पश्चिम रेलवे के रेलवे ट्रैक पर पानी भर जाता है क्योंकि रेलवे ट्रैक के साथ साथ ट्रैक से लग कर स्थित नालियों की भी सफाई नहीं होती इसीलिए पानी नहीं निकल पाता। 

'समय पर चलती हैं ट्रेनें'

जहां एक तरफ लोग बारिश के कारण रद्द और देरी से चलने वाली लोकल ट्रेनों से दो-चार हो रहे हैं तो दूसरी तरफ मध्य रेलवे के प्रबंधक डी.के शर्मा का कहना है कि मध्य रेलवे की 90 फीसदी ट्रेने समय पर चल रही हैं। शर्मा के इस कथन पर अनेक लोगों ने आश्चर्य व्यक्त किया। 

क्या है नियम?

आपको बता दें कि रेलवे ट्रैक और उनसे सट कर जो नाले होते हैं उनके साफ सफाई की जिम्मेदारी रेलवे की होती है और रेलवे परिसर से सटे हुए नालों की सफाई बीएमसी की होती है, लेकिन रेलवे के इस ब्लेम गेम के बजाय रेलवे साफ सफाई पर ध्यान देती तो रेलवे के साथ-साथ यात्रियों का भी भला हो जाता। 

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