मुंबई महानगर क्षेत्र विकास प्राधिकरण (MMRDA) मुंबई के उपनगरीय रेलवे स्टेशनों को मेट्रो नेटवर्क से जोड़ने की योजना बना रहा है। इस एकीकरण से यात्री उपनगरीय ट्रेनों, मेट्रो, बसों, मोनोरेल और यहाँ तक कि पॉड टैक्सियों के बीच आसानी से स्विच कर सकेंगे। इससे यात्रा का समय कम होगा, सड़क यातायात कम होगा और दैनिक यात्रा सुविधा में सुधार होगा।
34 मेट्रो स्टेशनों को चुना
एमएमआरडीए ने 34 मेट्रो स्टेशनों को चुना है। इनमें चालू और निर्माणाधीन दोनों स्टेशन शामिल हैं। इन्हें मध्य रेलवे (Central railway) और पश्चिम रेलवे (Western railway) कॉरिडोर के 39 उपनगरीय रेलवे स्टेशनों से जोड़ा जाएगा।इस योजना में पश्चिम रेलवे के 14 और मध्य रेलवे के 22 स्टेशन शामिल हैं। ठाणे के पास एक नया उपनगरीय स्टेशन भी प्रस्तावित है। बांद्रा-कुर्ला कॉम्प्लेक्स (BKC) में आगामी पॉड टैक्सी सेवा और मोनोरेल नेटवर्क भी इस योजना का हिस्सा होंगे।
बीकेसी पॉड टैक्सी प्रणाली कुर्ला पश्चिम और बांद्रा पूर्व स्टेशनों को जोड़ेगी, जबकि संत गाडगे महाराज चौक स्थित मोनोरेल स्टेशन को पश्चिम रेलवे के महालक्ष्मी स्टेशन से जोड़ा जाएगा।प्रगति की निगरानी के लिए रेलवे और राज्य निकायों के सदस्यों वाली एक समिति का गठन किया गया है। इसकी पहली बैठक इसी महीने के अंत में मध्य रेलवे के सीएसएमटी स्थित मुख्यालय में होगी। चर्चाओं में स्टेशनों का नया डिज़ाइन, यात्री क्षमता का प्रबंधन और पिछली इंटरचेंज परियोजनाओं में हुई गलतियों से बचना शामिल होगा।
यात्री यातायात, व्यस्त समय में आवाजाही और आवश्यक सुविधाओं के पैमाने को मापने के लिए एक विस्तृत अध्ययन किया जाएगा। इसका उद्देश्य घाटकोपर और अंधेरी जैसे इंटरचेंज पर भीड़भाड़ को रोकना है, जहाँ मेट्रो लाइनें पर्याप्त जगह के बिना सीधे रेलवे फुटओवर ब्रिज से जुड़ती हैं।
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