होली: चलती ट्रेन में अगर फेंका पानी से भरा गुब्बारा तो फिर खैर नहीं

  • मुंबई लाइव टीम & भाग्यश्री भुवड़
  • परिवहन

होली के अवसर पर चलती ट्रेनों में खासकर महिला डिब्बे पानी से भरे गुब्बारे अथवा थैली फेंके जाने की कई शिकायते रेलवे पुलिस को मिलती है। इस पर रोक लगाने के लिए इस बार रेलवे ने कड़े इंतजाम किये हैं। यही नहीं गुब्बारे फेंकने वाले पर रेलवे कड़ी कार्रवाई भी करेगी।

क्यों चौकन्नी है रेलवे

होली का त्योहार जैसे-जैसे करीब आता है तो रेलवे की पटरियों के आसपास रहने वाले बच्चे और किशोर मनोरंजन के लिए गुब्बारे में पानी भर कर चलती ट्रेनों पर फेंकते हैं। इनके निशाने पर मुख्य रूप से महिलायें या फिर लड़कियां होती हैं। गुब्बारे लगने से कई यात्री घायल भी हो जाते हैं साथ ही यात्रियों के साथ दुर्घटना होने का भी डर बना रहता है। पिछले साल ऐसे ही मामले में 32 लोगों के खिलाफ शिकायत दर्ज 7100 रूपये जुर्माना भी वसूला गया था।

रेलवे ने किया पुख्ता इंतजाम

इस बार ऐसी वारदातें न हो इसके लिए रेलवे प्रशासन की तरफ से कई इंतजाम किये गए हैं। आरपीएफ के जवान सादे वेश में रेलवे के आसपास बसे स्लम इलाकों पर नजर रखेंगे। यही नहीं आरपीएफ के जवान और अधिकारी इन इलाकों में जाकर एक जागृति अभियान भी चलाएंगे और ऐसा नहीं करने के लिए लोगों को प्रेरित करेंगे।

रेलवे के वरिष्ठ विभागीय सुरक्षा आयुक्त सचिन भालोदे ने कहा कि मध्य रलेवे में इस तरह की कोई घटना न घटे इसके लिए वडाला, शहाड, विठ्ठलवाडी, कल्याण ठाणे-दिवा जैसे संवेदनशील इलाकों में विशेष रूप से ध्यान रखा गया है.

रेलवे करेगी कार्रवाई

रेलवे के वरिष्ठ मंडल सुरक्षा आयुक्त अनुप कुमार शुक्ला ने बताया कि ट्रेनों में पानी से भरे गुब्बारे फेंक पकड़ें जाने पर रेलवे की धारा 154 के अंतर्गत कार्रवाई की जायगी साथ ही उनसे 2 हजार रूपये जुर्माने भी वसूल किया जायेगा। अगर कोई व्यक्ति इस कृत्य से जख्मी होता है तो उस पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

रेलवे यात्रियों पर पानी से भरे गुब्बारे अथवा थैली फेंके नसे से यात्री की जान को खतरा भी हो सकता है। इसीलिए इस प्रकार के काम नहीं करना चाहिए। रेलवे की तरफ से जीआरपी, आरपीएफ और लोकल पुलीस की तैनाती की जायेगी ताकि ऐसे शरारती लोगों पर लगाम लगाई जा सके।

- ए.के. सिंह, मुख्य अधिकारी, आरपीएफ, पश्चिम रेलवे

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