मुंबई शहरी परिवहन परियोजना -3 के लिए 6,330 करोड़ रुपये का कर्ज

मुंबई रेल विकास महामंडल (एमआरवीसी) के मुंबई शहरी विकास परियोजना -3 (एमयूटीपी -3) को विश्व बैंक से 6 हजार 130 करोड़ का कर्जा मिलेगा। एमआरवीसी और विश्व बैंक के अधिकारियों ने इस ऋण के लिए एमआरवीसी कार्यालय में मंगलवार को मुलाकात की। इस समय विश्व बैंक के अधिकारियों ने पर्यावरणीय मुद्दों के साथ एमआरवी की चल रही गतिविधियों की समीक्षा की।

एमआरवीसी मुंबई उपनगरीय रेलवे सेवाओं का विस्तार करने के लिए काम कर रहा है। परियोजनाओं की लागत केंद्र और राज्य सरकार द्वारा दी जाएगी। इसके साथ विश्व बैंक द्वारा भी इसके लिए कर्ज दिया जाएगा। परियोजना के लिए विश्व बैंक 6 हजार 130 हजार करोड़ रुपये का कर्ज देगा। एमयूटीपी -3 में 10 हजार 947 करोड़ खर्ज होने की संभावना है, जिसके लिए एमआरवीसी और वर्तमान परियोजनाओं के बारे में विश्व बैंक ने जानकारी ली है।

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विश्व बैंक के अधिकारियों ने बैठक के दौरान कर्ज के रकम पर सकारात्मकता दिखाई। साथ ही, उपनगरीय रेलवे के विकास का भी सुझाव दिया गया है। एमआरवीसी विश्व बैंक दिशानिर्देशों के अनुसार काम कर रहा है। वरिष्ठ रेलवे अधिकारियों ने कहा कि एमआरवीसी ने एक बैठक की जिसमें इस मुद्द पर चर्चा की गई की उपनगरीय रेलवे विकास के साथ साथ पर्यावरण का भी संतूलन बना रहे।

रेलवे ने दी है मंजूरी

एमयूटीपी -3 परियोजनाओं में वसई-विरार फोर लेन, पनवेल-कर्जत उपनगरीय दोहरी मार्ग और अन्य परियोजनाएं शामिल हैं। एमयूटीपी -3 परियोजनाओं के लिए लिया गया कर्ज 2038 में चुकाया जाएगा। एमयूटीपी -3 और एमयूटीपी -3 ए परियोजनाओ को जूरी दे दी गई है।

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