अब रेलवे में किन्नरो को भी मिलेगा उनका हक !

रेलवे ने अब  ट्रांसजेंडरो को उनका हक देने के लिए एक और अहम कदम उठाया है। रेलवे ने अब टिकट आरक्षण और टिकट रद्द करने के फॉर्म में बदलाव के लिए एक परिपत्रक निकाला है। पश्चिम रेलवे ने परिपत्रक निकालते हुए निर्देश है की टिकट आरक्षण और टिकट रद्द करने के फॉर्म में अब मेल , फिमेल और ट्रांसजेडरो के लिए 'टी' शब्द का इस्तेमाल हो।

नकली किन्नरो के विरोध में असली किन्नर!

टिकट आरक्षण के मामले में, महिला और पुरुष के साथ साथ तीसरी श्रेणी को भी शामिल किया जाना चाहिए। सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय ने किन्नरो के लिए भी शब्द जोड़ने के लिए एक पत्र रेलवे को भेजा था।

सीआरआईएस सॉफ्टवेयर में भी 'टी' शब्द शामिल

रेलवे सूचना प्रणाली केंद्र (सीआरआईएस) को सॉफ्टवेयर अपडेट शामिल में टी शब्द शामिल करने के निर्देश दिये है। परिपत्रक में कहा गया है कि यात्री आरक्षण प्रणाली (पीआरएस) को ऑनलाइन आरक्षण प्रक्रिया में 'टी' अद्यतन शामिल करने के लिए कहा गया है।

सर्वोच्च न्यायालय द्वारा दिया गया था निर्णय

वर्ष 2014 में सुप्रीम कोर्ट ने निर्णय दिया है कि उसे मेल, फिमेल से साथ साथ ट्रांसजेंडर का भी विकल्प दिया जाए। देश में कुल 4,90,000 ट्रांसजेंडर है और साक्षरता दर 56.07 प्रतिशत है।

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