मुंबई, पुणे और अन्य स्टेशनों पर प्लेटफॉर्म टिकट बिक्री पर अस्थायी प्रतिबंध

भारतरत्न डॉ. बाबासाहेब अंबेडकर के महापरिनिर्वाण दिवस पर बड़ी संख्या में अनुयायी 6 दिसंबर को मुंबई पहुंचेंगे। भीड़ को देखते हुए सेंट्रल रेलवे ने एक अहम फैसला लिया है। मध्य रेलवे ने कुछ रेलवे स्टेशनों पर प्लेटफॉर्म टिकट की बिक्री अस्थायी रूप से बंद करने का फैसला किया है। यह प्रतिबंध 2 से 9 दिसंबर तक लागू रहेगा। (Temporary Ban on Platform Ticket Sales at Mumbai, Pune and other Stations to Ease Crowding for Mahaparinirvan Divas)

देशभर से लाखों अनुयायी बड़ी संख्या में डॉ. बाबासाहेब अंबेडकर को नमन करने दादर स्थित चैत्यभूमि आते हैं। ऐसे में प्लेटफॉर्म पर भीड़ को नियंत्रित करने और यात्रियों की सुरक्षा के लिए यह फैसला लिया गया है। 6 दिसंबर को प्रमुख रेलवे स्टेशनों पर काफी भीड़ थी।

इसलिए, प्लेटफार्मों पर भीड़भाड़ से बचने के लिए, मध्य रेलवे ने लंबी दूरी के स्टेशनों पर प्लेटफ़ॉर्म टिकटों की बिक्री पर अस्थायी रूप से प्रतिबंध लगाने का निर्णय लिया है। इस बीच, नागरिकों की यात्रा को सुविधाजनक बनाने के लिए वरिष्ठ नागरिकों और चिकित्सा आवश्यकताओं वाले लोगों को इन प्रतिबंधों से छूट दी गई है।

रेलवे प्रशासन ने महापरिनिर्वाण दिवस के अवसर पर रेलवे ट्रेनों और रेलवे स्टेशनों पर भीड़ से बचने के लिए जलगांव जिले के भुसावल, जलगांव, चालीसगांव, पचोरा रेलवे स्टेशनों पर अस्थायी रूप से प्लेटफॉर्म टिकटों पर प्रतिबंध लगाने का फैसला किया है।

भुसावल रेलवे बोर्ड ने जानकारी दी है कि रेलवे प्रशासन ने यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा के लिए यह फैसला लिया है। 2 दिसंबर से 9 दिसंबर तक प्लेटफॉर्म टिकट पर बैन रहेगा।

मुंबई में किन स्टेशनों पर बैन?

  • छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस
  • दादर
  • ठाणे
  • कल्याण

जलगांव प्रभाग

  • बडनेरा
  • अकोला
  • नांदुरा
  • मुर्तिजापुर
  • शेगांव
  • मलकापुर
  • भुसावल
  • जलगांव
  • पचोरा
  • चालीसगांव
  • मनमाड
  • नासिक

नागपुर डिवीजन

  • नागपुर
  • वर्धा
  • पुणे
  • सोलापुर

इस बीच, भारत रत्न डॉ. बाबा साहेब अंबेडकर के 67वें महापरिनिर्वाण दिवस के मौके पर रेलवे प्रशासन और रेलवे पुलिस की ओर से विशेष एहतियाती कदम उठाए गए हैं। भीड़ की योजना बनाने के लिए रेलवे द्वारा उपाय किये जायेंगे। 5 और 6 दिसंबर को स्टेशन क्षेत्र में रेलवे के नियमित यात्रियों के साथ-साथ दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं की भी भीड़ रहेगी।

इसलिए दादर स्टेशन पर रेलवे पुलिस के साथ आरपीएफ, होम गार्ड, महाराष्ट्र सुरक्षा बल और अन्य सुरक्षा बलों की तैनाती की गई है। प्रशासन द्वारा सुरक्षा के साथ पैदल यात्री पुलों की योजना बनाई गई है।

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