दिवा रेलवे स्टेशन पर टिकट के लिए जुटी महिलाओं की भारी भीड़, उठे सवाल

दिवा रेलवे स्टेशन (diva railway station) के बाहर टिकट लेने के लिए महिलाओं की भारी भीड़ उमड़ पड़ी। इस भीड़ को देखने के बाद यही अनुभव हो रहा है कि लोग कोरोना (Coronavirus) सहित प्रशासन और रेलवे की अपील को हल्के में ले रहे हैं। केंद्रीय रेलवे मंत्री पीयूष गोयल (railway minister piyush goel) ने दो दिन पहले ट्वीट कर जानकारी दी थी कि, बुधवार से अब सभी महिलाएं रेलवे यात्रा का लाभ उठा सकेंगी। लेकिन इसके लिए उन्हें भी लॉकडाउन (lockdown) नियमों का पालन करना अनिवार्य होगा। लेकिन भीड़ को देखने के बाद नियमों को किस कदर नजरंदाज किया गया, इसकी एक झलक आसानी से दिख गयी। साथ ही एक बार फिर से सुरक्षा को लेकर सवाल उठ खड़ा हुआ।

सेंट्रल रेलवे (central railway) के दिवा स्टेशन  के बाहर, महिला यात्रियों की एक बड़ी भीड़ टिकट लेने के लिए एकत्र हो गई। सूत्रों के मुताबिक, दिवा रेलवे स्टेशन पर अपर्याप्त टिकट काउंटर हैं जो महिलाओं की भीड़ के आगे कम पड़ गए, साथ हीए टीवीएम मशीनें (ATVM machine) भी बंद पड़ी थीं, जिसके परिणामस्वरूप, रेलवे स्टेशन पर भीड़भाड़ के कारण जम कर सामाजिक दूरी के नियमों का उल्लंघन हुआ। जिसे देखने के बाद रेलवे की तरफ से कुछ पुलिस वालों को तैनात किया गया।

बुधवार को ही पश्चिम रेलवे (western railway) के विरार, बोरीवली, अंधेरी, और बांद्रा, मध्य रेलवे के बदलापुर, अंबरनाथ, डोंबिवली, ठाणे, मुलुंड और कुछ अन्य स्टेशनों पर सुबह 11 बजे के बाद से महिलाओं की लाइन टिकट खिड़कियों के सामने लगनी शुरु हुई, जबकि अन्य स्टेशनों पर भीड़ कम थी।

हालांकि जिन कामकाजी महिलाओं के ऑफिस का समय सुबह है वे अभी भी बेस्ट, ऑटो-टैक्सी या फिर अन्य साधनों से जा रही हैं, लेकिन कई महिलाएं 11 बजे के बाद से घर से बाहर निकल रही हैं। जानकारों के मुताबिक नवरात्री के त्योंहार के कारण भी महिलाएं शॉपिंग के लिए दोपहर में ही निकल रही हैं।

आपको बता दें कि, महिलाओं को बुधवार से लोकल ट्रेंन में यात्रा करने की अनुमति दे दी गई है। हालांकि उनके यात्रा का समय सुबह 11 बजे से लेकर शाम को 3 बजे तक और फिर शाम 7 बजे से लेकर रात तक है।

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