रिपोर्ट में कहा गया है कि बुधवार, 6 जनवरी को, मुंबई महाराष्ट्र का पहला जिला बन गया, जिसने पिछले जनवरी में अभियान शुरू होने के बाद से एक करोड़ पहले COVID-19 टीके लगाए। अब तक, मुंबई ने कुल 1.8 करोड़ टीके की खुराक दी है, जिसने पहला डोज़ 108 प्रतिशत और दूसरा 88 प्रतिशत है।
जहा एक तरफ मुंबई में इतने बड़े स्तर पर वयस्को का टीकाकरण किया गया वही 15 - 18 वर्ष की आयु के बीच टीकाकरण की बात आने पर अन्य बड़े जिलों में इसकी भारी कमी है। रिपोर्टों के अनुसार, बुधवार को बृहन्मुंबई नगर निगम (BMC) ने एक अभियान शुरू किया। इसी तरह की पहल दादर के कीर्ति कॉलेज में शुरू होने की प्रत्याशा में माटुंगा के रूपारेल कॉलेज में शिविर लगाया गया।
5 जनवरी से 15 जनवरी तक 2800 महाविद्यालयीन छात्रों को टीका लगाने का लक्ष्य रखा गया है। जबकि पहले दिन मात्र 170 विद्यार्थियों ने ही बाजी मारी। खातों के आधार पर, अतिरिक्त नगर आयुक्त सुरेश काकानी ने कहा कि यदि परिसर में टीकाकरण अभियान बिना किसी समस्या के जारी रहता है तो इसे अन्य शैक्षणिक संस्थानों तक बढ़ाया जा सकता है। वर्तमान में, छात्रों को टीकाकरण के लिए जंबो केंद्रों पर ले जाया जाता है।
दूसरी ओर, बीएमसी ने 2021 की अनुमानित जनसंख्या के अनुसार 15 - 17 आयु वर्ग के लगभग 9.2 लाख लाभार्थियों का अनुमान लगाया है। ड्राइव के शुरू होने के बाद से, 15,110 युवा वयस्कों ने पहली बार जाॅब लिया है। उक्त आयु वर्ग में मुंबई में औसतन 8,000 टीकाकरण हुआ है।
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